डॉ कुमारी उर्वशी की कलम से – जीवन के यथार्थ को समर्पित कहानी संग्रह और संजीदा कथाकार नवनीत नीरव
पुस्तक : दुखांतिका; लेखक : नवनीत नीरव; प्रकाशक : अंतिका प्रकाशन, गाजियाबाद; मूल्य : 300 (सजिल्द)
समीक्षक
डॉ कुमारी उर्वशी
मेरे इस लेख में शामिल लेखक ने कविता से कहानी की ओर रुख किया है और यह लेखक का पहला कहानी संग्रह है। इस बात से हम सभी परिचित हैं...
आचार्य देवेन्द्र देव द्वारा डॉ योग्यता भार्गव की पुस्तक ‘मन-पाखी’ की समीक्षा
पुस्तक - मन-पाखी; लेखक - डॉ. योग्यता भार्गव; प्रकाशक - निखिल पब्लिशर्स; मूल्य - 225 रूपये
समीक्षक
आचार्य देवेन्द्र देव, बरेली (उत्तर प्रदेश)
चाहे वह कविता की जन्मभूमि, तमसा का तट हो अथवा मर्यादापुरुषोत्तम कहलाने वाले चक्रवर्ती सम्राट राम का दरबार,बरसाने के गोपराज वृषभानु की ड्यौढ़ी हो...
डॉ. प्रभु वि. उपासे की कलम से ‘बूंद-बूंद पानी’ काव्य कृति की समीक्षा
पुस्तक - बूंद-बूंद पानी (कविता-संग्रह); लेखक - अमित कुमार मल्ल
अमित कुमार मलल् द्वारा रचित 'बूंद-बूंद पानी' एक विशिष्ट एवं अनुभवजन्य कृति है। उनहोंने इसमें बहुत ही सरल एवं सुंदर रूप से शब्दों को छंदोबद्ध करके द्विपदी में अपने अनुभवों को 'गागर में सागर भरने'...
विजय कुमार तिवारी की कलम से – ‘लोकतंत्र के पहरुए’ की राजनीतिक चेतना
समीक्षित कृति : लोकतंत्र के पहरुए(उपन्यास); उपन्यासकार : पद्मा शर्मा;
मूल्य : रु 350/- प्रकाशक : सान्निध्य बुक्स, दिल्ली
साहित्य की औपन्यासिक विधा का अपना महत्व है। हिन्दी में उपन्यास खूब लिखे गये हैं,लिखे जा रहे हैं और हिन्दी साहित्य उपन्यास लेखन से समृद्ध है। जीवन...
मनुष्य और मनुष्येतर जीवों के सह-अस्तित्व को रेखांकित करने वाला उपन्यास
पुस्तक - बिन्नी बुआ का बिल्ला
लेखक - दिव्या माथुर
हिंदी में बाल साहित्य की विरलता और वह भी बाल कथा-साहित्य की, एक चिंताजनक बात है। चुनिंदा लेखक ही बाल साहित्य या बाल उपन्यास लिखने की ज़हमत मोल लेते हैं क्योंकि उनका मानना है कि बच्चों...
ज़िया ज़मीर की कलम से प्रदीप गुप्ता के नए काव्य संकलन ‘पतझड़ वृक्ष का अंत नहीं है’ की समीक्षा
'पतझड़ वृक्ष का अंत नहीं है' ईशा पब्लिकेशंस मुंबई द्वारा प्रकाशित कवि प्रदीप गुप्ता का नया काव्य संकलन है। प्रदीप गुप्ता पेशे से बैंकर रह चुके हैं लेकिन दिल से यायावर हैं और अपने घूमने के जुनून की वजह से पूरा देश और पूरी दुनिया नाप डाली है, उनका यायावरपन और दुनिया को देखने का अनुभव उनकी रचनाओं को एक अलग ही कलेवर प्रदान करता है उनके अब तक कविताओं, यात्रा वृतांत , व्यंग संग्रह , प्रबंधन और फ्यूचोलॉजी की बीस से कई किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं।
यह संकलन अपने उनवान से ही नेगेटिव को पॉजिटिव की तरफ ले जाने और हर नकारात्मक चीज़ में सकरात्मकता देखने की कामयाब कोशिश है।
इस संकलन में चार हिस्से हैं। पहले हिस्से में ग़ज़लें हैं। ज़िन्दगी के तजुर्बे, मुहब्बत,...