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डॉ पद्मावती की लघुकथा – अंतिम मिलन
वसुधा का अप्रतिम लावण्य ! पूरे साज सिंगार से वह चली थी । कितनी मिन्नतों के बाद चंदर ने आज आने का वादा किया...
पुनीता जैन को ‘श्री प्रभाकर श्रोत्रिय स्मृति आलोचना सम्मान’
16 मार्च 2024 को मध्यप्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, हिन्दी भवन, भोपाल द्वारा आलोचना कर्म के लिए अखिल भारतीय स्तर पर प्रदान किया जाने वाला...
संपादकीय – पति-पत्नी में ‘वो’ का तड़का
एक ख़ास ध्यान देने लायक बात यह है कि पति भी विवाह के बाहर किसी औरत से ही जुड़ा होता है – जो कि...
नीरजा हेमेन्द्र की कहानी – पीले दरख़्त
बचपन में गुरूजनांे से सुना था कि जीवन के सबसे अच्छे दिन बचपन के होते हैं। उस समय उनकी कही गयी इस बात को...
डॉ देवेंद्र गुप्ता की कलम से – ख़ारिज होती मनुष्यता की...
पुस्तक : कहानी संग्रह ; बहनों का जलसा— कथाकार : सूर्यबाला
समीक्षक
डॉ देवेंद्र गुप्ता
नयी कहानी से पहले तक जो कहानी लिखी जा रही थी...
जिद के पक्के, चित्रकार भाऊ समर्थ
भाऊ के बारे में सहजतः कुछ औपचारिक बातें की जाती रही हैं जो कलाकारों के द्वारा कम साहित्यकारों के द्वारा अधिक कही गई हैं।...