ताज़ा रचनाएं
पाठकों का पन्ना : पुरवाई के संपादकीय (17 जनवरी, 2021) और आकांक्षा पारे के...
17 जनवरी, 2021 के अंक में प्रकाशित पुरवाई के संपादकीय 'मलेशिया ने दिया पाकिस्तान को झटका' और आकांक्षा पारे के निधि राज़दान प्रकरण पर...
‘निधि राजदान, भारत के लोग आपके मुकाबले खराब क्वालिटी का गेहूँ खाते होंगे, पर...
निधि ने यह भी जानने की कोशिश नहीं की कि हार्वर्ड जैसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में नौकरी देने की प्रक्रिया क्या है। उन्होंने न पीएचडी...
संपादकीय : मलेशिया ने दिया पाकिस्तान को एक झटका
इमरान ख़ान जब पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री बने तो आम पाकिस्तानी को यही उम्मीद थी कि वे एक साफ़ सुथरी छवि वाले नेता हैं जिनका...
रोचिका अरुण शर्मा की कहानी – ख़ता
कम्युनिटी हॉल में सभी लोग जमा हो चुके थे और आपस में खुसर-फुसर चल रही थी | एक सज्जन से रहा न गया तो...
बालकृष्ण गुप्ता ‘गुरु’ की दो लघुकथाएँ
1 - थाली में बड़ा
‘बड़ा बनने के लिए ‘बड़ा’ बनना पड़ता है।’ विजय ने बेटे...
मधु मेहता ‘साथी’ की लघुकथा – बिजली की रोशनी
आज दो दिन से बालकनी की लाइट जलती नहीं दिखाई दे रही है... पता नहीं...
शिवनाथ सिंह की लघुकथा – अंतरात्मा
योगेन्द्र को अपने मित्र कमलकांत की पत्नी के देहांत की खबर मिली तो उसने तुरंत...
बिम्मी कुँवर सिंह की लघुकथा – संस्कार की नींव
अभी उर्मिला हाथ उठायी ही थी मारने के लिए यह बोलते हुए कि तुम्हारी इतनी...
उषा साहू की लघुकथा – हे भगवान!!
“मनुआ अरे ओ मनुआ, चल उठ, गाँव की तरफ निकलना है । अपना दाना–पानी उठ...
राकेश शंकर भारती द्वारा राजीव तनेजा के उपन्यास ‘काग भुसंड’ की...
कल रात मैंने शिवना प्रकाशन से प्रकाशित व्यंग्य उपन्यास “काग भुसंड” पढ़कर पूरा किया है। इस उपन्यास के लेखक हैं राजीव तनेजा जी। तनेजा...
काग़ज़ पे फुदकती गिलहरियाँ : संवेदनशीलता का दस्तावेज़
प्रवासी साहित्यकार योजना साह जैन द्वारा काग़ज़ पे फुदकती गिलहरियाँ कविता संग्रह पढ़ने का अवसर मुझे पोलैंड में मिला। इसी दौरान मैंने कई प्रवासी...
‘निधि राजदान, भारत के लोग आपके मुकाबले खराब क्वालिटी का गेहूँ...
निधि ने यह भी जानने की कोशिश नहीं की कि हार्वर्ड जैसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में नौकरी देने की प्रक्रिया क्या है। उन्होंने न पीएचडी...