21 साल बाद 21 साल की पंजाब के छोटे से 1400 आबादी वाले गांव की हरनाज कौर सिंधु ने मिस यूनिवर्स 2021 का खिताब जीता है। 21,21,21 का यह आंकड़ा भारत के लिए 21 ही साबित हुआ है।
साल 1952 से महिलाओं की सुंदरता को लेकर एक प्रतियोगिता शुरू हुई नाम रखा गया ‘मिस यूनिवर्स।’ यानी ब्रह्मांड सुंदरी। परियों, हूरों की तमन्नाओं को पालने वाले या दुनिया को उनके सपने दिखाने वाले युवा, बच्चे और मौलवियों ने कम से कम एक काम अच्छा किया है महिलाओं के लिए।
हाल में जब साहित्य में स्त्री विमर्श का मुद्दा फिर से तेज़ी पकड़ता जा रहा है, ऐसे में भारत की ओर से तीसरी मिस यूनिवर्स हरनाज कौर सिंधु का यह ख़िताब जीतना क़ाबिले-तारीफ़ है। फैमिनिज़्म को लेकर पहली आवाज कहां उठाई गई इस बात की तह में जाए बग़ैर हमें भारत के पंजाब राज्य के एक ऐसे गांव से आने वाली इस किसान परिवार की लड़की को दाद देनी चाहिए। जिसने बामुश्किल 1400 की जनसंख्या वाले गांव से निकलकर पूरी दुनिया में अपना अलग नाम और स्थान बनाया है।
साल 1952 से शुरू हुई इस प्रतियोगिता में आज तक भारत की तरफ से तीन ही महिलाओं को मिस यूनिवर्स चुना गया है। हरनाज से पहले सुष्मिता सेन, लारा दत्ता इस खिताब की मालकिन बन चुकीं है। हरनाज को जो ताज पहनाया गया है उसके लिए जितने मुंह उतनी बातें ख़बरों में देखने, पढ़ने, सुनने को मिल रही हैं। दुनिया को इस साल की अपनी मिस यूनिवर्स 2021 अब जब मिल गई है। तो सौंदर्य प्रतियोगिता के इस प्रतिष्ठित खिताब को भारत की 21 वर्षीय हरनाज कौर संधू ने अपने नाम किया। इजरायल में आयोजित एक समारोह में मिस यूनिवर्स 2021 के ऐलान के बाद मिस यूनिवर्स 2020 ‘एंड्रिया मेजा’ ने हरनाज के सिर पर हीरे का खूबसूरत ताज सजाया।
हालांकि इस प्रतियोगिता के आरम्भ होने के साथ ही मिस यूनिवर्स खिताब कौन जीतेगा? इसकी चर्चा सिने जगत में होने लगी थी। हालांकि मज़े लेने वाले कुछ मीमर्स इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी जी को बीच में ला रहे हैं। लेकिन इस प्रतियोगिता की उत्सुकता लोगों में अक्सर देखने को मिलती रही है। लिहाज़ा इसमें दिलचस्पी रखने वाले यह बातें भी करते नजर आते हैं कि ताज की कीमत कितनी होती होगी? इसमें जड़े हीरे और मिस यूनिवर्स का ताज पहनने वाली विश्वसुंदरी को मिलने वाली प्राइज मनी क्या मिलती होगी?
लेकिन एक बात यह सामने आती है कि मिस यूनिवर्स का ताज समय-समय पर बदला जाता है। इस बार के ताज की कीमत 5 मिलियन यूएस डॉलर्स आंकी गई है जो भारतीय रुपयों के अनुसार 37 करोड़ रुपये से अधिक है। दुनिया की तमाम महिलाओं की खूबसूरती का परिचायक ही नहीं है यह ताज, बल्कि यह प्रकृति, ताकत, खूबसूरती, नारीत्व और एकता से प्रेरित है। इस बार 62.83 कैरट से तैयार किये गये ताज में पत्तियों, पंखुड़ियां और लताओं के डिजाइंस के साथ ही सात महाद्वीपों के सुमदायों को रिप्रेजेंट किया गया है।
ऊपर आंकी गई क़ीमत एक अनुमान मात्र है। क्योंकि ‘मिस यूनिवर्स ऑर्गेनाइजेशन’ कभी मिस यूनिवर्स की प्राइज मनी का खुलासा नहीं करता है। इस प्राइज मनी के अलावा इस बार फिर से इन्हें मिलने वाली अन्य सुविधाओं की चर्चा भी होने लगी है। उनसे जो बातें सामने आ रही हैं उसके मुताबिक मिस यूनिवर्स को एक अपार्टमेंट मिलता है। जिसे उन्हें मिस यूएसए के साथ शेयर करना होता है। इस एक साल के अंतराल में मिस यूनिवर्स के लिए यहां सभी चीजों की सुविधा दी जाती है।
मसलन ग्रॉसरी, ट्रांसपोर्ट, असिस्टेंट्स, मेकअप आर्टिस्ट्स की एक टीम, एक साल तक मेकअप, हेयर प्रोडक्ट्स, शूज, कपड़े, जूलरी, स्किनकेयर आदि जैसी सुविधाएं दी जाती हैं। उन्हें मॉडलिंग में मौका देने के उद्देश्य से पोर्टफोलियों बनाने के लिए बेस्ट फोटोग्राफर्स भी दिए जाते हैं। इसके अलावा उन्हें प्रोफेशनल स्टाइलिस्ट, न्यूट्रिशन, डर्मटोलॉजी और डेंटल सर्विस दी जाती है। एक्सक्लुसिव इवेंट्स, पार्टीज, प्रीमियर, स्क्रनिंग्स, कास्टिंग्स में एंट्री, ट्रैवलिंग प्रीविलेज, होटल में रहने-खाने का पूरा खर्च दिया जाता है। कुछ खबरों के मुताबिक उन्हें पूरी दुनिया दोबारा घूमने का मौका भी मिलता है।
अब इतनी सारी सुविधाएं जब एक छोटे से गांव की लड़की को मिलेंगीं तो जाहिर सी बात है इससे केवल उनके परिवार ही नहीं बल्कि गांव, राज्य, देश का नाम भी ऊंचा हुआ है। मिस यूनिवर्स 2021 का खिताब जीतने वाली हरनाज कौर संधू अपने जीवन फिलोसॉफी भी रखती है। उनका मानना है कि हर आदमी अपने आप में अलग है और उसे किसी को कॉपी करने की जगह अपनी अलग पहचान बनानी चाहिए। इसके अलावा हरनाज कहती हैं कि अगर आप उदास हैं तो उदास रहिए। आप तूफान आते वक्त भी खुश रह सकते हैं। जरूरत है तो बस नजरिया बदलने की। सबकी जिंदगी में मुश्किलें हैं। वे जिस भी इंसान से मिलती हैं, उन सबसे सीखती हैं। आप बस महसूस कीजिए कि आप परफेक्ट हैं।
हरनाज की थिएटर में भी काफी दिलचस्पी है। बेहद शांत स्वभाव की हरनाज संधू की निजी जिंदगी की कुछ बातें भी सामने आईं हैं जैसे कि उन्होंने स्कूल से कॉलेज तक कभी कोचिंग नहीं ली। 2017 में कॉलेज में एक शो के दौरान उन्होंने पहली स्टेज परफॉर्मेंस दी। 21 साल बाद साल 2021 में भारत का सिर गर्व से ऊंचा करने वाली संधु साल 2017 में टाइम्स फ्रेश फेस मिस चंडीगढ़, साल 2018 में मिस मैक्स इमर्जिंग स्टार, साल 2019 में फेमिना मिस इंडिया पंजाब भी जीत चुकी हैं।
मीडिया खबरों के मुताबिक़ पशुओं से खास लगाव रखने वाली संधु को भारतीय परिधान पहनना, घुड़सवारी, तैराकी, एक्टिंग, डांसिंग और घूमने का बेहद शौक है। वे जब फ्री होती हैं तो यही शौक पूरे करती हैं। इससे पहले हरनाज मिस इंडिया 2019 के फिनाले तक पहुंची थीं और अब उन्होंने मिस यूनिवर्स का 70वां क्राउन जीता है। पढ़ाई करने के साथ-साथ एक्टिंग में भी हरनाज ने हाथ आजमाया है और ‘यारा दियां पू बारां’ और ‘बाई जी कुट्टांगे’ फिल्मों में उन्हें देखा जा सकता है।
सिख परिवार में पैदा हुईं हरनाज ने 45 दिन पहले ही मिस-इंडिया दीवा का ताज अपने नाम किया था। उसके बाद वे गुरु महाराज का शुकराना करने अमृतसर आईं थीं। यहां गोल्डन टेंपल में माथा टेकने के अलावा हरनाज ने पंजाब के इतिहास को करीब से देखा-समझा और अमृतसर में ही खास फोटोशूट करवाया। उनके इस फोटोशूट में भी पंजाब के रंग साफ नजर आए।
मिस इंडिया दीवा बनने के बाद हरनाज ने मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता के लिए जो फोटो-शूट करवाया, उसमें उन्होंने पंजाब और पंजाबियत को ही बयां किया। हरनाज ने अपना यह फोटोशूट अमृतसर के ऐतिहासिक किला गोबिंदगढ़ में करवाया। किला गोबिंदगढ़ में ही महाराजा रणजीत सिंह के शासनकाल में दुनिया का सबसे बड़ा हीरा कोहीनूर रखा गया था। जिसे बाद में अंग्रेज अपने साथ ले गए। यहां का लाइट एंड साउंड शो देखकर वे भावुक भी हुईं। उस समय हरनाज ने कहा कि सिख इतिहास आसान नहीं है। हरनाज ने गोल्डन टेंपल जाने वाली हेरिटेज स्ट्रीट में भी फोटो और वीडियो शूट करवाया था।
इजरायल जाने से पहले हरनाज ने गोल्डन टेंपल और गुरु साहिब को याद किया। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पेज पर गोल्डन टेंपल का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘आस्था दिखती नहीं है, महसूस की जाती है। आज मेरे दिल में मैं उसे महसूस कर सकती हूं। गुरुओं और परिवार की दुआएं मेरे साथ हैं। डेढ़ महीने पहले शुरू हुए सफर के अंतिम पड़ाव में हूं और मैं सभी का धन्यवाद करना चाहती हूं।’ मिस यूनिवर्स का ताज जीतने के बाद हरनाज ने पूरी दुनिया को धन्यवाद किया। अपने इस मैसेज की शुरुआत में उन्होंने नमस्ते के साथ ‘सत श्री अकाल’ भी कहा।
ख़ैर जितने मुंह उतनी बातें। लेकिन यह दुनियां महिलाओं के बिना अधूरी है। ‘माई बॉडी, माई चॉइस’ जैसे नारों और उनका समर्थन करने वालों के लिए ही नहीं बल्कि झूठे नारीवादियों के लिए भी यह एक सबक है। महिलाओं को जितनी आज़ादी दी जाएंगी वे अपने आपको साबित करेंगी। और जितना उन्हें दबाया, कुचला, मर्दन किया जाएगा उतना ही वे संघर्ष करेंगी और आपको अपनी सोच बदलने को मजबूर कर देंगी।
मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता पर एक सुंदर सार्थक जानकारीपूर्ण आलेख
बधाई पुरवाई
बधाई तेजस !
शुक्रिया विजय जी