Saturday, July 27, 2024

अपनी बात

संपादकीय – अमरीका में चुनावी हिंसा

अमरीका को प्रवचन देने की बुरी आदत है। वह पूरी दुनिया को सलाह देने से बाज़ नहीं आता। मगर पूरी दुनिया में बमबारी भी...

ग़ज़ल एवं गीत

सुमन शर्मा की ग़ज़लें

1 फ़िर मुझको मुझसे मिला दे, मेरे अशआ’र मुझको सुना दे। चल ख़्वाबों के जहां में ले चल, चैन की नींद मुझको सुला दे। भूला हुआ हूँ मैं खुद...

सोनिया सोनम की ग़ज़ल

ख्वाहिशें देखूं कभी उसकी तमन्ना देखूं इश्क़ में और भला उसके मैं क्या-क्या देखूं ये भी क्या तुक है मुहब्बत में भुला दूँ खुद को धूप में...

साक्षात्कार

कविता

संजय अनंत की तीन कविताएँ

1. मौन के स्वर सुनो प्रिये उसे, जिसे मैंने कहा ही नहीं कहूँ कैसे जब तुम यहाँ नहीं पर तुम क्या हो तन मन या आनंद तन हो तो, नश्वर हो, मन हो,...

व्यंग्य

फ़िल्म समीक्षा

संजय अनंत द्वारा ‘कल्कि 2898AD’ की समीक्षा

फ़िल्म 'कल्कि 2898AD' अद्भुत है, आप को एक ऐसे कल्पना लोक में ले जाएगी, जहाँ आप अभिमंत्रित हो उसका हिस्सा बन जाएंगे। फ़िल्म की...

कहानी

नरेंद्र कौर छाबड़ा की कहानी – वापसी

“पापा, बिस्तरबंद में और कुछ रखना है या बंद कर दूँ?” गुरजीत ने बिस्तरबंद के पट्टे को कसने का उपक्रम – सा करते हुए...

नासिरा शर्मा की कहानी – अपराधी

राम मनोहर त्यागी को रिटायर हुए अभी साल ही गुज़रा है, मगर उन्हें लगता है कि सौ साल लंबा कारावास भुगतकर बैठे हैं। सरकारी...

नीरजा हेमेन्द्र की कहानी – कुछ भी न कहो

शाम गहराने लगी थी। वह दुपट्टे से सिर को ढ़के हुए तीव्र गति से अपने कदम बढ़ा रही थी। शाम ढलती जा रही है,...

योगिता यादव की कहानी – गंध

कभी-कभी कोई एक व्यक्ति आपके पूरे वजूद का हिस्सा हो जाता है। अपने ही वजूद को फेंटते आधी रात में नींद उचट गई है।...

डॉ जया आनंद की कहानी – बोंजोर

" बोंजोर " "अहा! क्या कहा आपने?...मेरा मतलब वाॅट डिड यू से?...अमृता ने हाथ से इशारा भी किया अपनी बात समझाने के लिए  " बोंजोर…बोंजोर …लाइक...

लघुकथा

जब  एम ए करके अपनी बीएड की डिग्री पूरी की थी,तो उसे लगा था जीवन में दिन बदलने वाले हैं।  पहले पी टी ई...

लेख

हलचल

पुस्तक