मीरा परीदा के साथ डॉ. मुक्ति शर्मा की बातचीत
मुझे मीरा जी का रात को फ़ोन आया, “मुक्ति मैं जम्मू आ रही हूं वैष्णो माता के दर्शन के लिए... आप मेरे रहने की...
वन्दना यादव का स्तंभ ‘मन के दस्तावेज़’ – बोरियत का सामना
एक जैसे ढर्रे पर चलता जीवन, ठहरा हुआ लगने लगता है। ऐसी ही ठहरी-सी जीवनचर्या की निरंतरता से बाहर निकलने में हमारा सामाजिक तानाबाना,...
संपादकीय – बी.बी.सी. की चीनी कड़वी हो गई
मेरा अपना मानना है कि प्रतिबंध लगाना एक तानाशाही रवैया है। यदि सलमान रश्दी की पुस्तक ‘दि सैटेनिक वर्सिज़’ पर विवाद न उठता तो...
सीमा जैन की कहानी – ए, बी एंड सी
सड़क पर बादल साथ चल रहे हों, आसपास हरियाली और उसमें भी तैरते बादल, पर्वतीय सड़क का ढलान, पास और दूर जहां भी नजर...
सपना चंद्रा की लघुकथा – अभिमान
मुग्धा ने बच्चे के जन्मदिन पर सत्यनारायण की पूजा रखवाई थी। जान-पहचान और पड़ोसियों को...
राजेश पाठक की लघुकथा – घड़ी
दीपू सातवीं कक्षा में था। पढ़ाई में औसत।आलसी भी। वह सुबह - सुबह तैयार हो...
दिलीप कुमार की लघुकथा – सुंदर नगरी
सब कुछ समेटा जा रहा था , आंदोलन समाप्त हो चुका था । आंदोलन से...
आभा अदीब राज़दान की लघुकथा – ठंडे पैर
“राधा मोज़े पहन लो ठंड लग जाएगी न तब फिर सबसे पहले तुम्हारी नाक बहना...
शीला मिश्रा की लघुकथा – समझौता
"मैं आपको मिसेज अवस्थी कहूँ तो.....?"यह सुनकर फ्रिज से दूध निकालती नीरा ने पलटते हुए...
ज़िया ज़मीर की कलम से प्रदीप गुप्ता के नए काव्य संकलन ‘पतझड़ वृक्ष...
'पतझड़ वृक्ष का अंत नहीं है' ईशा पब्लिकेशंस मुंबई द्वारा प्रकाशित कवि प्रदीप गुप्ता का नया काव्य संकलन है। प्रदीप गुप्ता पेशे से बैंकर रह चुके हैं लेकिन दिल से यायावर हैं और अपने घूमने के जुनून की वजह से पूरा देश और पूरी दुनिया नाप डाली है, उनका यायावरपन और दुनिया को देखने का अनुभव उनकी रचनाओं को एक अलग...
सवालों के घेरे में है – ‘नेहा की लव स्टोरी’!
अरसे बाद ऐसा हुआ कि किसी उपन्यास को एकबार में पूरा पढ़ गई हूं। यह उपन्यास है सोनाली मिश्रा का - ‘नेहा की लव स्टोरी’।...
वन्दना यादव का स्तंभ ‘मन के दस्तावेज़’ – बोरियत का सामना
एक जैसे ढर्रे पर चलता जीवन, ठहरा हुआ लगने लगता है। ऐसी ही ठहरी-सी जीवनचर्या की निरंतरता से बाहर निकलने में हमारा सामाजिक तानाबाना,...