Ilford, Greater London अवन्ति प्राथमिक विद्यालय में रामायण सत्संग परिवार यू.के. द्वारा अखंड रामायण पाठ 16 व 17 अक्टूबर 2021  को श्रद्धा व भक्तिरस के साथ सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ।
सीता राम चरण रति मोरे| अनुदिन बढे अनुग्रह तोरे ||
कथा है सिया राम की, रचयिता गुरुवर तुलसीदास
मन सुधि भक्ति शक्ति, पाठ निरंतर कीजिए पाइए विश्वास
जो शुद्ध हो चुके हैं, वे रामायण में चले जाए और जो शुद्ध होना चाहते हैं वे राम चरित मानस में आ जाएं..
सन्त श्री तुलसीदास जी लिखित रामचरितमानस एक धार्मिक ग्रंथ ही नहीं किंतु कई प्रकार से जीवन जीने की कला सिखलाती है। जैसे कि कैसे सुख – दुख में धर्य व संयम, परिवार में सदैव एकता, माता पिता का आदर इत्यादि।

रामायण सत्संग परिवार यू.के. ( जो भारत के लगभग हर प्रान्त से आए 30  परिवारों का समूह है) विगत 13 वर्षो से हर विजयादशमी के क़रीब इस अमृत महोत्सव का अखंड आयोजन कर रहा है। सोशियल मीडिया के माध्यम से London व आस पास मैं इसके आमत्रंण प्रेसित किये जाते हैं। इन 2 दिनों में लगभग 600 -700 भक्तगण रामायण पाठ का आनंद लेने के लिये सम्मिलित होते है।
शानिवार 16 अक्टूबर सुबह  8 :45 मिनिट पर रामायण जी की यात्रा ढोल नगाड़े संग निकाली गयी। तत्पश्चात रामायण जी की पूरी विधी – विधान के साथ पंडित श्री केतन जानी भाई द्वारा  स्थापना करवाई गई। लगभग 10:30 पर रामायण जी का पाठ प्रारंभ हुआ जिसका अगले दिन रविवार को सुबह 11:30 बजे समापन हुआ। पूरे समय पाठ का ऐसा समा बांधा गया कि माहौल में एक सकारात्मक ऊर्जा की अनुभूति हुई।

रामायण परिवार के सदस्यों ने शनिवार संध्या की प्रसादी बना सब भक्तों को प्रेम से खिलाया, इसमें लगभग 300 भक्तों ने महाप्रसादी का आंनद पूरी श्रद्धा से उठाया।
कुछ कार्यकर्ताओं ने बच्चों को रामायण व प्रभु राम के जीवन से संबंधित पेंटिंग व ड्राइंग बनवाकर जोड़ने का प्रयास किया।
रविवार प्रात रामायण सम्पूर्ण होने के तत्पश्चात यज्ञ व भजन कीर्तन का आयोजन किया साथ ही रामायण परिवार के सदस्यों द्वारा दाल- बाटी – चूरमा की प्रसादी का प्रबंध सभी भक्तगणों के लिए किया। इस बार इस रामायण के पथ के माध्यम से अवंती स्कूल को लगभग £1700 की राशि का सहयोग प्रदान किया गया।

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