होम कविता डॉ मुक्ति शर्मा की कविता – बापू गांधी कविता डॉ मुक्ति शर्मा की कविता – बापू गांधी द्वारा डॉ. मुक्ति शर्मा - October 2, 2022 121 0 फेसबुक पर शेयर करें ट्विटर पर ट्वीट करें tweet अहिंसा का पाठ पढ़ाया गरीब को गले से लगाया सफाई का अभियान चलाया चरखा उसने नित्य चलाया। अंग्रेजों को सबक सिखाया गुलामी की जंजीरों को तोड़ देश को स्वतंत्र कराया। खादी को उसने अपनाया सरलता का ज्ञान फैलाया छोटे- बड़े को गले लगाया! भारतीय संप्रभुता और स्वशासन हेतु सत्याग्रह अभियान चलाया। साबरमती का संत कहलाया अज्ञानता को मिटा ज्ञान का दीपक जलाया। बोलो बच्चों कौन ? — बापू गांधी संबंधित लेखलेखक की और रचनाएं हिंदी भाषा पर मधु शृंगी की कविता प्रीति रतूड़ी की कविताएँ सरिता मलिक की कविताएँ कोई जवाब दें जवाब कैंसिल करें कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें! कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें आपने एक गलत ईमेल पता दर्ज किया है! कृपया अपना ईमेल पता यहाँ दर्ज करें Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.