Wednesday, October 16, 2024
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जम्मू-कश्मीर में राजभाषा हिंदी की स्थिति पर डॉ. मुक्ति शर्मा की प्रश्नोत्तरी

प्रश्न:- वर्तमान समय में जम्मू-कश्मीर में हिंदी का क्या महत्व है?

उत्तर:- जम्मू- कश्मीर की सरकारी  ज़ुबान उर्दू होने के बावजूद लोग देवनागरी लिपि से परिचित है और हिंदी बोलना पसंद करते हैं।

पर्यटन की दृष्टि से  भी यहाँ हिंदी भाषा का प्रचलन ख़ासा है। सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक आदान-प्रदान की दृष्टि से भी यह महत्व अधिक हो जाता है।

प्र:- जम्मू कश्मीर में पहले की बजाए अब छात्रों का हिंदी के प्रति क्या रुझान है?
उ:- कश्मीर में हिंदी का प्रचलन अधिक नहीं है। लेकिन जम्मू में हिंदी के प्रति छात्रों का  रुझान बेहतर है। छात्र हिंदी विषय को पढ़ना तो पसंद्र करते ही हैं, उच्चस्तरीय अध्ययन के लिए भी इस भाषा का चुनाव करते हैं।

प्र:- जम्मू-कश्मीर  के स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालय में छात्रों को परिपक्वता से हिंदी भाषा कैसे सिखाई जा सकती है?

उ:- हिंदी के प्रति उनका रुझान उत्पन्न करके तथा हिंदी भाषा का  दैनिक जीवन में उपयोग व महत्व समझाकर यह कार्य-सरल बनाया जा सकता है। राष्ट्रीय स्तर पर प्रयोग में लाई जाने वाली भाषा के तौर पर इसे परिचित करवाकर सरलता से इस भाषा को सिखाया जा सकता है।

प्र:-  जम्मू-कश्मीर आधिकारिक भाषा अधिनियम 2020 के आधीन हिंदी को राजभाषा का दर्जा मिला है! क्या इससे हिंदी का महत्व जम्मू-कश्मीर में उर्दू के बराबर हो गया है?

उ:-  हिंदी को राजकाज की भाषा के रूप में जगह दिलाने के उद्देश्य से यह विधायक जारी किया गया था। किंतु अभी भी कश्मीर में उर्दू भाषा को ही अधिक महत्व दिया जाता है। हिंदी को बराबर का दर्जा दिलाने के लिए राज्य से बाहर हिंदी का महत्व समझाने की आवश्यकता है क्योंकि उर्दू सभी राज्यों की आधिकारिक भाषा नहीं है।

प्र:- हिंदी भाषा का जम्मू-कश्मीर में पूर्ण विकास करने हेतु ज़मीनी  स्तर पर क्या करने की आवश्यकता है?

उ:- विभिन्न शोध कार्यों द्वारा विद्यालय व विश्वविद्यालय स्तर पर छात्रों को प्रोत्साहित करके तथा राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी का महत्व समझाकर हम हिंदी के विकास का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं।

प्र:- जम्मू-कश्मीर में शोध भाषाओं के माध्यम से हिंदी भाषा को कैसे अन्य भाषाओं से सशक्त बनाया जा सकता है?

उ:- विश्वविद्यालय स्तर पर हिंदी भाषा में शोध को बढ़ावा देकर हिंदी को अन्य भाषाओं से सशक्त बना सकते हैं। विद्यालय व विश्वविद्यालय स्तर पर इस भाषा को प्रोत्साहन देना ही इसके सशक्तिकरण का मार्ग है।

प्र:- अन्य भाषाओं की तुलना में हिंदी बोलना सरल है या नहीं?

उ:- हिंदी एक वैज्ञानिक भाषा है, जिसे जैसा बोला जाता है वैसा ही लिखा जाता है। हिंदी सार्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है अंत इसे सीखना अन्य भाषाओं से सरल है।

प्र:- जम्मू-कश्मीर में हिंदी भाषा का प्रयोग कर रोजगार कैसे बढ़ाया जा सकता है?

उ:- जम्मू-कश्मीर  का पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान है। हिंदी का प्रयोग कर हम देश के अन्य राज्यों के साथ सरलता से संपर्क स्थापित कर सकते हैं। इस रूप में, रोज़गार बढ़ाने में हिंदी का महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है।

डॉ. मुक्ति शर्मा
डॉ. मुक्ति शर्मा
संपर्क - 9797780901
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