दो कहानी संग्रह (‘विवस्त्र एवं अन्य कहानियां‘ तथा ‘‘पिछली सदी की अंतिम प्रेमकथा’) प्रकाशित। हंस, वागर्थ, नया ज्ञानोदय, वर्तमान साहित्य, कथाक्रम, कथादेश, वर्तमान साहित्य, पाखी, संचेतना, लमही, उत्तर प्रदेश, जनसत्ता, दैनिक जागरण, अमार उजाला, अक्षरा, शुक्रवार, जनसत्ता, हिन्दुस्तान, नवभारत, पंजाबकेसरी जनसंदेश टाइम्स आदि में 150 से अधिक कहानियां, समीक्षाएँ, लघुकथाएं, आलेख, व्यंग्य प्रकाशित। संपर्क - dixitpratapnarain@gmail.cpm
मध्यवर्गीय परिवार के संघर्ष और नायक की आधुनिकता के साथ चलने की इच्छा और परिस्थितिजन्य संवेदना दिखाती अच्छी कहानी।
निम्न वर्ग की सच्ची दास्ताँ
सच बयां करती कहानी।
बहुत बढ़िया