Wednesday, October 16, 2024
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वन्दना यादव का स्तंभ ‘मन के दस्तावेज़’ – विदाई और स्वागत की दहलीज पर हम

एक अजनबी के हाथ में दे कर हमारा हाथ
लो साथ छोड़ने लगा आख़िर ये साल भी
 – हफ़ीज मेरठी 
शायर मन के जज्बात को बयां करने का हुनर जानते है। यह सच है कि आज हम उस बरस को विदा कर रहे हैं, जिसके साथ हमने कुछ खट्टे, कुछ मीठे 365 दिन बिताए। जिसे एक पल में विदा कर, नये और बिल्कुल अनजान को अपनाने के लिए सब तैयार हैं। यह सदियों से होता आया है और आगे भी होता रहेगा। मगर जिसे जी कर सब आगे बढ़ जाते हैं, बह बीत जाता है लेकिन उसे भुलाया नहीं जाता। बीते समय को ‘सुनहरी यादों’ के तौर पर या ‘सबक’ के तौर पर ही सही, सब याद तो रखते ही हैं। 
हर साल की तरह यह जाने वाला साल भी आपके जीवन में बहुत कुछ जोड़कर, छोड़कर जा रहा है। इस वर्ष आपके बहुत सारे सपने पूरे हो गए होंगे। कुछ अधूरे सपनों को जाने वाला साल, नए वर्ष को सुपुर्द करते हुए विदा ले रहा है। अब आगे की जिम्मेदारी आपकी है कि अपने सपनों को, रिश्तों को आप किस तरह, और कितना सम्हालते हैं। हो सकता है कि यह साल आपकी पढ़ाई के लिए, स्वास्थ्य के लिए, नौकरी, प्रमोशन, घुमक्कड़ी या किसी अन्य सपने को साकार कर दे। जो काम अधूरे रह गए हैं, उनको पूरा करने के संकल्प के साथ, आपने अपने लिए नये चैलेंज भी बना लिये होंगे क्योंकि आगे बढ़ते जाना ही जीवन है। और यही जीवन का मकसद भी है। 
इस आने वाले नये साल में आपको अपने आपसे एक वादा करना है। आप वादा करें कि ‘अपना’ और अपने ‘दिल’ का ख़्याल आप पूरी इमानदारी से रखेंगे। याद रखें कि कोई सपना अधूरा रह गया, या कोई साथ छूट गया तब भी आपका जीवन समाप्त नहीं होता। जब तक आप सलामत हैं, आपका ‘दिल’ सलामत है, यक़ीन मानिए कि सब ठीक है। नये रिश्ते, नए सपने फिर बन जायेंगे। जाने वाला वर्ष यही सीख दे रहा है कि जो जा रहा है, उसे पूरे सम्मान से विदा करो। आने वाले समय का पूरे जोश और उमंग से स्वागत करो। समय बदल रहा है, आपको भी अपनी सोच में बदलाव लाना होगा। यही जीवन है। 
वर्ष 2023 जाते-जाते बहुत कुछ हमारी झोली में डाल कर जा रहा है। इस बरस हम मानवता को शर्मसार करने वाले युद्ध के गवाह बने। इंसान के स्वार्थी स्वभाव के चलते जलवायु परिवर्तन के भयानक परिणामों को भी हमने झेला। वर्ष 2023 अब तक के मानवीय इतिहास का सबसे गर्म साल रहा। राष्ट्रीय स्तर पर मिलीजुली खबरें हमारे हिस्से में आईं। जंतर-मंतर पर महिला खिलाड़ियों के धरने का वर्षांत में जो परिणाम आया, वह निराशाजनक रहा। वहीं दूसरी ओर नीरज चौपड़ा ने अपने कीर्तिमान से देश को गौरवान्वित कर दिया। वर्ष 2023 में भारत चांद के साउथ पोल पर पहुँचने वाला दुनिया का पहला देश बना। इसी समय चंद्रमा पर सफलतापूर्वक लैंड करने वाला भारत, दुनिया का चौथा देश भी बन गया। इसरो ने हर भारतवासी को गौरवान्वित होने का मौका दिया है। 
जिस तरह यह साल अच्छे, कम अच्छे और ख़राब का मिलाजुला वर्ष था, जीवन भी ऐसा ही है। बस इसे सहजता से स्वीकारना होता है, या अपनी मेहनत से अपनी किस्मत बदल लेनी होती है। जो दूसरा ऑप्शन चुनते हैं, तारीख़ उन्हें सलाम करती है। 
न कोई रंज का लम्हा किसी के पास आए
ख़ुदा करे कि नया साल सबको रास आए
  – फ़रियाद आज़र
वन्दना यादव
वन्दना यादव
चर्चित लेखिका. संपर्क - [email protected]
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