दुश्मन को रख देंगे चीर : हम हैं अग्निवीर!
"दुश्मन को रख देंगे चीर : हम हैं अग्निवीर!"
ये नारा है अग्निवीरों का। हाँ वही अग्निवीर - जिनके लिए जब यह योजना लाई गयी थी तब पता नहीं किसने युवाओं को इसके विरुद्ध भड़काया था कि ये उनको सुनहरे ख़्वाब दिखाए जा रहे हैं...
डॉ. मयंक मुरारी का लेख – सृष्टि में शक्ति
भौतिक जगत का निर्माण ऊर्जा द्वारा होता है। प्रकृति की दृश्यमान सत्ता के पीछे ऊर्जा की शक्ति होती है। जीवन का निर्माण भी ऊर्जा के माध्यम से होता है। पृथ्वी में जीवन का निर्माण भी बीज रूपी प्राण ऊर्जा से संभव होता है। जीवन का...
शैलेन्द्र चौहान का लेख – मेघालय की जनजातीय संस्कृति
मेघालय में विश्व की सबसे बड़ी जीवित मातृवंशीय संस्कृति प्रचलन में है। मेघालय के अधिकांश लोग और प्रधान जनजातियां मातृवंशीय प्रणाली का अनुसरण करते हैं, जहां विरासत और वंश महिलाओं के साथ चलता है। कनिष्ठतम पुत्री को ही सारी संपत्ति मिलती है और वही...
देवानंद : नफरत करने वालों के सीने में प्यार भरने वाला अलबेला शाहकार
है अपना दिल तो आवारा... प्यार की तलाश करता, पल भर के लिए कोई हमें प्यार कर ले... प्यार की गुजारिश करता, शोखियों में घोला जाए फूलों का शबाब....प्यार की परिभाषा बताता, और राम का नाम बदनाम ना करो... परिवार के प्यार से वंचित...
डॉ. फतेह सिंह भाटी की कलम से – हमने देखी है इन आंखों की महकती खुशबू…!
हाल ही में सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने घोषणा की कि अभिनेत्री वहीदा रहमान को 2023 के दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा | देवानंद की सौवीं जयंती पर यह घोषणा अनायास नहीं सायास ही की गई होगी | हिंदी...
आलोक कुमार की नाट्य समीक्षा – जीवन का संदेश देता प्रताप सहगल का ‘और कोई रास्ता’
जीवन में सदा ऐसा होना चाहिए कि जिंदगी चाहे कितने भी कठिन मोड़ पर खड़ी हो या किसी दोराहे पर खड़ी हो जाए लेकिन आपको सदा कोई और रास्ता देखना चाहिए और सिर्फ देखना ही नहीं उसे अमल में भी लाना चाहिए, यही सन्देश...