प्रधानमन्त्री की लेह यात्रा और चीन के साथ संघर्ष पर वरिष्ठ सिने कलाकार एवं पूर्व भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा की टिप्पणी महत्वपूर्ण है। उन्होंने आज एक फ़ेसबुक लाइव में कहा, “मैं प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की नीयत पर संदेह नहीं कर सकता। संकट की इस घड़ी में हमें प्रधानमन्त्री एवं सेना के साथ एकजुट खड़े दिखाई देना चाहिये।”

जब से चीन और भारत की लद्दाख की गलवां घाटी में झड़प हुई तब से काँग्रेस पार्टी के सांसद और पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने मोदी सरकार के विरुद्ध ट्विटर वॉर शुरू कर दी है। 
विपक्ष के नेता अधीर रंजन ने अपने पहले ट्विटर में चीन को ज़हरीला साँप कहा था और प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी को सलाह भी दी थी कि वे तुरन्त तैवान से संपर्क करें और चीन को सबक़ सिखाएं। मगर कुछ ही समय बाद अधीर रंजन ने अपने वरिष्ठ नेताओं से डाँट खाने के बाद इस ट्वीट को हटा दिया।
अपने अगले ही ट्वीट में कहा कि हमें चीन के सामने झुकना नहीं चाहिए, बल्कि करारा जवाब देना चाहिए। सेना के पास हथियार अंडे देने के लिए नहीं रखे हैं। सेना के अफ़सरों को यह ब्यान ज़ाहिर है कि पसन्द नहीं आया। भाजपा ने भी इस ब्यान के बाद काँग्रेस पर हमला बोला।
मगर राहुल गान्धी लगातार भाजपा सरकार और नरेन्द्र मोदी पर बन्दूक ताने हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में नरेन्द्र मोदी को सरेण्डर मोदी कह डाला। राहुल गान्धी सरकार पर निशाना साधते हुए कह रहे थे कि आख़िर हमारे जवानों के पास हथियार क्यों नहीं थे?
राहुल गान्धी बार बार शोर मचा रहे हैं कि चीन ने भारतीय भूमि हथिया ली है। नरेन्द्र मोदी को चाहिये कि जल्दी से जल्दी चीन को भारत भूमि से बाहर निकाले।
ऐसे में अचानक नरेन्द्र मोदी लेह की यात्रा पर चल देते हैं। सेनाध्यक्ष जनरल नरवणे एवं जनरल रावत भी प्रधानमन्त्री के साथ थे। वैसे तो नरेन्द्र मोदी जब से प्रधानमन्त्री बने हैं वे अपनी दीवाली हर साल सीमा पर जवानों के साथ ही बिताते रहे हैं। मगर यह लेह यात्रा कई मायनों में विशेष है।
यात्रा से ठीक पहले 59 चीनी एप्स पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया। और लेह के नीमू में जवानों से बातचीत भी की। नरेन्द्र मोदी ने जवानों से कहा, जिनके सिंहनाद से धरती अब तक रही डोल, कलम आज उनकी जय बोल। साथ ही कहा कि आपने जिस तरह की बहादुरी दिखाई है, उससे दुनिया को भारत की ताकत का पता चला है।” 
गलवान घाटी में चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी के साथ हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए 20 जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए नरेन्द्र मोदी ने कहा, “भारत के वीर सपूतों ने दिखा दिया कि वे कभी भी माँ भारती के गौरव को आँच नहीं आने देंगे।”
शाम को उन्होंने अस्पताल में भर्ती घायल सैनिकों से मुलाकात की। ये सैनिक गलवान में चीनी सैनिकों से हुई झड़प में घायल हुए थे। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको प्रणाम करता हूं। उन माताओं को शत-शत नमन करता हूं, जिन्होंने आप जैसे वीर योद्धाओं को जन्म दिया, पाला और फिर देश के लिए दे दिया। हमारे जवान पराक्रम दिखाते हैं। ऐसी-ऐसी शक्तियों का सामना करते हैं कि दुनिया जानना चाहती है कि ये वीर कौन हैं, उनकी ट्रेनिंग कैसी है? पूरी दुनिया आपकी वीरता का एनालिसिस कर रही है।’’ 
काँग्रेस पार्टी के मनीष तिवारी ने नरेन्द्र मोदी की लेह यात्रा पर चुटकी लेते हुए पूर्व प्रधानमन्त्री इंदिरा गान्धी की फ़ोटो ट्वीट करते हुए लिखा है, उनके (इंदिरा गांधी) लेह दौरे के बाद पाकिस्तान दो भागों में टूट गया था, अब देखते हैं कि यह क्या करते हैं? 
वहीं काँग्रेस पार्टी ने प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के जवानों से मिलने और हाल पूछने वाले वीडियो को फ़र्ज़ी करार दिया है। उनका कहना है कि यह हस्पताल नकली है; जवान नकली हैं और पूरा वीडियो फ़र्ज़ीवाड़ा है।” सेना ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सेना और जवानों को लेकर ऐसी हल्की बातें नहीं की जानी चाहियें।
प्रधानमन्त्री की लेह यात्रा और चीन के साथ संघर्ष पर वरिष्ठ सिने कलाकार एवं पूर्व भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा की टिप्पणी महत्वपूर्ण है। उन्होंने आज एक फ़ेसबुक लाइव में कहा, “मैं प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की नीयत पर संदेह नहीं कर सकता। संकट की इस घड़ी में हमें प्रधानमन्त्री एवं सेना के साथ एकजुट खड़े दिखाई देना चाहिये।”
भारत को चीन के साथ बातचीत जारी रखनी चाहिये। संवाद कभी टूटने नहीं देना चाहिये। मगर साथ ही साथ संवाद टूटने की स्थिति में युद्ध के लिये तैयार भी रहना चाहिये। 
 
लेखक वरिष्ठ साहित्यकार, कथा यूके के महासचिव और पुरवाई के संपादक हैं. लंदन में रहते हैं.

2 टिप्पणी

  1. जब देश पर संकट के बादल छाये हों तो विरोधी पार्टियों को बेसुरा राग नहीं अलापना चाहिए। यह ओछी मानसिकता का‌ द्योतक है।
    सामयिक सटीक सम्पादकीय के लिए साधुवाद।

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