ब्रिटेन में हिंदी गौरव के चार शिखर सम्मान

यू.के. हिंदी सम्मान समारोह 2019

ब्रिटेन में हिंदी के प्रचार-प्रसार को प्रोत्साहन देने और विश्व हिंदी दिवस को यादगार बनाने के उद्देश्य से वर्ष 2007 में भारत का उच्चायोग लंदन द्वारा यहां के हिंदी साहित्यकारों, शिक्षकों, मीडिया कर्मियों और हिंदी सेवी संस्थाओं को यूके हिंदी सम्मान देने की परंपरा शुरू की गई। विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी 29 मार्च 2019 को उच्चायोग द्वारा यूके हिंदी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। नेहरू सेंटर, लंदन में आयोजित इस सम्मान समारोह में उप-उच्चायुक्त महामहिम श्री चरनजीत सिंह द्वारा ब्रिटेन की जानी-मानी लेखिका श्रीमती उषा वर्मा को डॉ हरिवंश राय बच्चन लेखन सम्मान और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में हिंदी के प्राध्यापक प्रो. इमरे बंघा को जॉन गिलक्रिस्ट यू.के हिंदी शिक्षण सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मान स्वरुप 251 पाउंड की राशि, शाल, शील्ड और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। इस वर्ष आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी हिंदी पत्रकारिता सम्मान और फ्रेडरिक पिन्कॉट यू.के. हिंदी प्रचार-प्रसार सम्मान के लिए उपयुक्त प्रविष्टियां नहीं मिल पाने के कारण इन दो सम्मानों को अगले वर्ष के लिए आरक्षित रखा गया है।
उच्चायोग द्वारा डॉ लक्ष्मीमल्ल सिंघवी हिंदी पुस्तक प्रकाशन अनुदान योजना के अंतर्गत हर वर्ष दो हिंदी पुस्तकों के प्रकाशन के लिए अनुदान भी दिए जाते हैं। इस वर्ष इस योजना के अंतर्गत श्रीमती ऋचा जैन जिंदल को उनके काव्य संग्रह ऋचाएं के लिए अनुदान स्वरुप 250 पाउंड की राशि और मानपत्र प्रदान किया गया।
29.03.2019 को आयोजित इस कार्यक्रम में इन सम्मानों के अलावा विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में उच्चायोग में आयोजित बाल हिंदी कविता पाठ प्रतियोगिता के विजेता बच्चों को भी पुरस्कृत किया गया। उल्लेखनीय है कि इस प्रतियोगिता में ब्रिटेन में मंदिरों और हिंदी शिक्षण केंद्रों में हिंदी सीखने वाले 5 वर्ष से 16 वर्ष की आयु के कुल 46 बच्चों ने भाग लिया था जिसमें से 9 बच्चों को पुरस्कार दिया गया।
इस अवसर पर ब्रिटेन के कई जानेमाने साहित्यकार और हिंदी सेवी मौजूद थे जिनमें प्रो. श्याम मनोहर पांडेय, डॉ. अरुणा अजितसरिया, काउंसलर और लेखिका ज़किया ज़ुबैरी, श्रीमती शिखा वार्ष्णेय, श्रीमती कादंबरी मेहरा, रेडियो दिल से के श्री रवि शर्मा और श्रीमती सरिता सभरवाल, आदि शामिल हैं। कार्यक्रम में कौंसुलर (समन्वय) मोहम्मद राशिद खान, कौंसुलर (पासपोर्ट) श्री अनिल नौटियाल और नेहरु सेंटर के उपनिदेशक श्री ब्रिज कुमार गुहारे भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत स्पृहा मिश्रा द्वारा नृत्य के माध्यम से सरस्वती वन्दना की प्रस्तुति के साथ हुई। इस अवसर पर उप-उच्चायुक्त महामहिम श्री चरनजीत सिंह ने सम्मान पानेवाले साहित्यकारों और पुरस्कार पानेवाले बच्चों को बधाई दी और ब्रिटेन में हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए उच्चायोग की प्रतिबद्धता दोहराई। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए आपके सुझावों का स्वागत है और हम उन सुझावों पर अमल करने के लिए तत्पर हैं। हिंदी के प्रति अपने अनुराग की अभिव्यक्ति उन्होंने डॉ. हरिवंश राय बच्चन की कविता- “नीड़ का निर्माण फिर-फिर” के पाठ से की। उनके वक्तव्य हिंदी सेवियों में नई ऊर्जा का संचार करनेवाले थे।
इस अवसर पर स्थानीय कवियों के एक कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया था। ब्रिटेन के कुछ युवा कवियों/कवयित्रियों ने काव्य पाठ किया जिनमें प्रमुख रूप से श्रीमती स्वाति पटेल, श्रीमती ऋचा जैन जिंदल, श्रीमती तिथि दानी, श्रीमती प्राची कुमार, श्रीमती शिखा वार्ष्णेय, श्रीमती इंदू बारेट, श्री आशीष मिश्रा, श्री आशुतोष कुमार चौधरी जैसे युवा स्वर शामिल हैं। श्री तजेंद्र शर्मा ने बच्चों के लिए लिखी अपनी कविता रेलगाड़ी का पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन अताशे (हिंदी व संस्कृति) श्री तरुण कुमार द्वारा किया गया। कौंसुलर (समन्वय) द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।
कुल मिलाकर यह एक सफल आयोजन था और युवाओं की उपस्थिति इस बात का संकेत दे रही थी कि ब्रिटेन में हिंदी कवियों/लेखकों की एक नई पीढ़ी तैयार हो रही है।

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