जया केतकी की कलम से – खुलते गए द्वार

उपन्यास: कैथरीन और नागा साधुओं की रहस्यमयी दुनिया लेखिका: सुश्री संतोष श्रीवास्तव प्रेषिका: एकता व्यास (गांधीधाम) कच्छ गुजरात समीक्षक जया केतकी (सह संपादक, अक्षरा, भोपाल) संतोष श्रीवास्तव की नई पुस्तक 252 पृष्ठों और 15 अध्यायों में लिखी गई “कैथरीन और नागा साधुओं की रहस्यमयी दुनिया” सचमुच उस दुनिया तक...

अंजू खरबंदा के संस्मरण संग्रह ‘किंग्ज़वे कैम्प, दिल्ली 9’ से एक अंश

क्या धुले कपड़े सूखने डालना भी कोई कला है? हाँ, बिलकुल है ! सच ! किंग्जवे कैम्प में गली में लोहे की तारें या रस्सियाँ बंधी रहती थीं कपड़े सुखाने के लिए। कुछ औरतें तो जल्दबाज़ी में कपड़े सूखने डालतीं पर कुछ औरतें बड़े ही...

डॉ. जया पाठक की कलम से डॉ सीमा शाहजी की पुस्तक ‘ताकि मैं लिख सकूँ’ की समीक्षा

पुस्तक - ताकि मैं लिख सकूं कवयित्री - डॉ सीमा शाहजी डॉ सीमा शाह जी का प्रथम काव्य संकलन"ताकि मैं लिख सकूं"पाठकों के सम्मुख है। संकलन में सीमा जी की 61 कविताएं हैं, हर कविता एक अलग सुवास, अलग रंग और बिल्कुल ताजे खिले पुष्प...

डॉ नितिन सेठी की कलम से – रूढ़िवाद और जड़ मान्यताओं का प्रतिवाद: दहन

हरियश राय प्रख्यात् कथाकार हैं। अपने सामाजिक उपन्यासों और कहानियों के माध्यम से वे आसपास के परिवेश की बात उठाते हैं और उसे अपने तरीक़े से कथारूप में अभिव्यक्ति देते हैं। समाज के अनेक अवयव हैं जो समाज को गत्यात्मक अवस्था में लाते हैं।...

रूस-यूक्रेन युद्ध पर द्नेप्रो शहर, यूक्रेन से राकेश शंकर भारती की रिपोर्ट

राकेश शंकर भारती एक लंबे अर्से से यूक्रेन के शहर द्नेप्रो में अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। वे हिन्दी के प्रतिष्ठित कथाकार एवं उपन्यासकार हैं। राकेश भारती रूसी, जापानी, फ्रेंच समेत कई अन्य भाषाओं के जानकार हैं... वे यूक्रेन में अनुवादक का...

“फिल्म बनाने और अच्छी फिल्म बनाने में जमीन आसमान का फर्क होता है”

हरियाणा का अब तक का एकमात्र ओटीटी प्लेटफार्म स्टेज एप्प हरियाणा सिनेमा से बाहर निकल कर अब राजस्थानी सिनेमा को बढ़ावा देने तथा उसे सहारा देने के लिए उतरा है। इस बार राजस्थानी सिनेमा के इतिहास में वेब सीरीज का एक के बाद एक...