होमकविताराजेन्द्र शर्मा की कविता - प्रगति का अक्षय मंत्र कविता राजेन्द्र शर्मा की कविता – प्रगति का अक्षय मंत्र By Editor April 30, 2023 2 271 Share FacebookTwitterPinterestWhatsApp प्रथम प्रभु का ध्यान कर फिर लक्ष्य पर संधान कर मस्तिष्क में दृढ़ ठानकर मंज़िल तरफ़ प्रस्थान कर न ध्यान हो इधर-उधर न भटकना कभी डगर प्रयास कर, अभ्यास कर निरंतर ….निरंतर….. हो चाह शुद्ध प्रखर मुखर उत्साह ज्यों अचल शिखर प्रतिभा स्वयं होगी निखर प्रगति के पथ होगा सफ़र। हैं जो बड़े, सम्मान कर झुक मातृ-भू का मान कर बेशक से स्वाभिमान कर ना भूल कर अभिमान कर। जीवन भी है हर पग समर लड़…, हार न स्वीकार कर तानकर हिम्मत का शर कठिनाइयों पर वार कर ईश्वर को अर्पित कर्म कर नि:स्वार्थ सारे धर्म कर एक बार कर ले देख कर जीवन बनेगा अग्रसर। राजेन्द्र शर्मा पता- B – 157 सेक्टर 71 नोएडा , 201301 [email protected] +91 98102 20986 Share FacebookTwitterPinterestWhatsApp पिछला लेखवन्दना यादव का स्तंभ ‘मन के दस्तावेज़’ – जीवन चलने का नाम…!अगला लेखडॉ. मुक्ति शर्मा की कविता – एहसास Editor RELATED ARTICLES कविता नरेंद्र कौर छाबड़ा की कविता – लड़की October 5, 2024 कविता नेहा वर्तिका की कविता – है थका हुआ शहर मेरा September 28, 2024 कविता बिमल सहगल की कविता – खंडित मूर्तियाँ September 28, 2024 2 टिप्पणी बहुत सुंदर जवाब दें What a beautifully written poem!!! जवाब दें कोई जवाब दें जवाब कैंसिल करें टिप्पणी: कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें! नाम:* कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें ईमेल:* आपने एक गलत ईमेल पता दर्ज किया है! कृपया अपना ईमेल पता यहाँ दर्ज करें वेबसाइट: Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed. Most Popular कविताएँ बोधमिता की November 26, 2018 कहानीः ‘तीर-ए-नीमकश’ – (प्रितपाल कौर) August 5, 2018 ‘हयवदन’ : अस्मिता की खोज May 2, 2021 अपनी बात…… April 6, 2018 और अधिक लोड करें Latest कैलाश की अविस्मरणीय आध्यात्मिक यात्रा – शांभवी शंभु October 6, 2024 राकेश कुमार दुबे का लेख – समाज के मनोविज्ञान से संवाद : जैनेन्द्र का परख October 5, 2024 प्रो. सरोज कुमारी की कलम से – सांप : संघर्ष में लिपटी एक प्रेम कथा October 5, 2024 दीपक गिरकर की कलम से – समकालीन रचनाओं का एक अनूठा काव्य संग्रह है “धार फूलों की” October 5, 2024 और अधिक लोड करें
बहुत सुंदर
What a beautifully written poem!!!