होम कविता त्रिलोक सिंह ठकुरेला की कविता – नया वर्ष कविता त्रिलोक सिंह ठकुरेला की कविता – नया वर्ष द्वारा त्रिलोक सिंह ठकुरेला - January 2, 2022 84 0 फेसबुक पर शेयर करें ट्विटर पर ट्वीट करें tweet नए वर्ष की नई सुबह ने रंग बिखराए नए-नए । सब में नए-नए सूरज ने स्वप्न जगाए नए-नए ।। नई उमंगे, नई तरंगे नई ताल, संगीत नया । सब में जगीं नई आशाएँ, नई बहारें, गीत नया ।। नई चाह है, नई राह है नई सोच, हर बात नई। नया जागरण, नई दिशाएँ, नई लगन, सौगात नई ।। सब में नई नेह धाराएँ लेकर आया वर्ष नया । नया लगा हर एक नज़ारा, सब में छाया हर्ष नया ।। संबंधित लेखलेखक की और रचनाएं रेखा भाटिया की कविता – लैंप पोस्ट के पास सरोजिनी पाण्डेय की कविता – जीवन का पाथेय अर्पणा शर्मा की कविता- अनंत कैद – पंगुता Leave a Reply Cancel reply This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.