होम ग़ज़ल एवं गीत नववर्ष पर आनंद वर्धन शर्मा का एक नवगीत ग़ज़ल एवं गीत नववर्ष पर आनंद वर्धन शर्मा का एक नवगीत द्वारा आनंद वर्धन - January 2, 2022 36 0 फेसबुक पर शेयर करें ट्विटर पर ट्वीट करें tweet नदिया की नैया को, गांव की तलैया को, सागर को झरनों को, चंदा की किरणों को, नया साल शुभ हो । बाग को, बगीचे को, फूल के गलीचे को, सूरज के घोड़ों को, पौधों को पेड़ों को, नया साल शुभ हो । बीत रहा गया साल, आया है नया साल, नया राग नए भाव , मन में हो नया चाव, नया साल शुभ हो। खोजें सब नई राह, खोजें हम नव प्रवाह, दिल में हो नई चाह , नया गीत नव उछाह, नया साल शुभ हो। संबंधित लेखलेखक की और रचनाएं निज़ाम फतेहपुरी की ग़ज़ल – मुझपे नज़रे इनायत मगर कीजिए सुभाष पाठक ‘ज़िया’ की ग़ज़लें डॉ. यासमीन मूमल का गीत – उड़ जाए चुनरिया भी सर से Leave a Reply Cancel reply This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.