राजकुमार राजन की चार कविताए पढ़ी, उनकी कविताए कुछ न कुछ संदेश देकर जाती है,
नई पीढ़ी की बात करते हुए चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि ये मीडिया के कारण आज का युवा मार्ग बदल दिया है
नए युग में इंसान की विडंबना को बताते हैं कि एक दिन उसमे से बाहर निकल कर आयेंगे नए सूरज की तरह
प्यार की पीड़ा केसी होती है उसका जिक्र किया गया है,
बाढ़ आते ही सब कुछ बह जाता है, इंसान उम्मीद छोड़ देता है उस वक़्त एक चिड़िया अपनी दांत से एक दाना लेकर आती है और उसी उदाहरण एक उम्दा संदेश है
राज कुमार जी को ह्रदय से हार्दिक बधाई
हमारी रचनाओ को प्रकाशित करने हेतु पुरवाई टीम का हृदय से आभार
●राजकुमार जैन राजन
श्री राज कुमार राजन जी की कविताएं पढ़ी।उत्कृष्ट रचना।जीवन की सच्चाई को बयां कर रहीं हैं।
उत्कृष्ट रचनाएं, दिल को छूने वाली। हार्दिक बधाई।
हर कविता ज़िंदगी की सच्चाई से रूबरू करवाती हुई। नई पीढ़ी समेत सभी कविताएं बेहद उत्कृष्ट। राजकुमार राजन जी और पुरवाई टीम को हार्दिक बधाई
यथार्थ को बताती दिल छू लेनेवाली सच्चाई बयां की है आपने
राजकुमार राजन की चार कविताए पढ़ी, उनकी कविताए कुछ न कुछ संदेश देकर जाती है,
नई पीढ़ी की बात करते हुए चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि ये मीडिया के कारण आज का युवा मार्ग बदल दिया है
नए युग में इंसान की विडंबना को बताते हैं कि एक दिन उसमे से बाहर निकल कर आयेंगे नए सूरज की तरह
प्यार की पीड़ा केसी होती है उसका जिक्र किया गया है,
बाढ़ आते ही सब कुछ बह जाता है, इंसान उम्मीद छोड़ देता है उस वक़्त एक चिड़िया अपनी दांत से एक दाना लेकर आती है और उसी उदाहरण एक उम्दा संदेश है
राज कुमार जी को ह्रदय से हार्दिक बधाई
उत्कृष्ट रचनाएें
बहुत बहुत बढ़िया प्रस्तुति सर
बहुत-बहुत बधाई सर