तरुण कुमार
भारत का उच्चायोग लंदन और आईसीसीआर के संयुक्त तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय विराट हिन्दी कवि सम्मेलन, 2019 का आयोजन ब्रिटेन के विभिन्न शहरों में 19 सितंबर से 05 अक्टूबर 2019 तक किया गया। इस वर्ष आईसीसीआर द्वारा इन कवि सम्मेलनों में भाग लेने के लिए भारत से सात कवियों- डॉ राजेश रेड्डी, श्री अशोक चारण, श्री अर्जुन सिसौदिया, सुश्री कीर्ति माथुर, सुश्री सोनरूपा विशाल, श्री सुदीप भोला और सुश्री शबनम अली को यू.के. भेजने की व्यवस्था की गई। सभी कविगण कार्यक्रम आरंभ होने से पहले निर्धारित समय पर आ गए और पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
कवि सम्मेलन की इस श्रृंखला का आरंभ उत्तरी आयरलैंड के खूबसूरत शहर बेलफास्ट से हुआ जहां भारतीय समुदाय के लगभग 10000 लोग रहते हैं। काव्ययात्रा का दूसरा पड़ाव बेलफ़ास्ट से लगभग 100 मील दूर आयरलैंड की राजधानी डबलिन में था जहां कविता का रंग खूब जमा।
भारत से आए कवियों की कविताओं को जिस तरह से डबलिन में सराहा जाता है, वह अद्भुत है। यहां लगभग 200 लोग उपस्थित थे। 16 दिनों की अपनी यात्रा के दौरान कवियों ने बेल्फास्ट के अलावा कार्डिफ, ब्रिस्टल, मैनचेस्टर, बर्मिंघम, नौटिंघम, एडिनबरा, ग्लास्गो, लिवरपूल, इंडिया हाउस, लन्दन, स्लाव, ऑस्टर्ली पार्क में आयोजित कवि सम्मेलनों में अपनी उत्कृष्ट रचनाओं का पाठ किया।
इन सभी स्थानों पर श्रोताओं की अच्छी उपस्थिति देखने को मिली और जहां मुंबई से आए डॉ. राजेश रेड्डी ने अपनी ग़ज़लों से श्रोताओं का मन मोहा, वहीं सोनरूपा विशाल ने अपने गीतों और ग़ज़लों की सुरीली प्रस्तुति से लोगों को मंत्रमुग्ध किया। जबलपुर से आए सुदीप भोला ने हास्य और करुण रसों की वर्षो की, वहीं अलीगढ़ से आई सुश्री कीर्ति माथुर ने देशप्रेम के अपने गीतों में राष्ट्र की आराधना की। डॉ अर्जुन सिसौदिया ने शौर्य की रचनाओं से श्रोताओं को चमत्कृत किया तो अशोक चारण ने देशप्रेम और संवेदना की रचनाओं से समा बांधा। उज्जैन से आई शबनम अली ने अपनी ग़ज़लों में प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया।
04 अक्तूबर 2019 को इंडिया हाउस के गांधी हॉल में भारत से आए कवियों का स्वागत समारोह और कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य तौर पर स्थानीय साहित्यकार और हिंदी प्रेमी और उच्चायोग के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए। कार्यक्रम का आरंभ अताशे (हिंदी व संस्कृति) श्री तरुण कुमार द्वारा इस कवि सम्मेलन और कवियों के परिचय के साथ हुआ। मंत्री (समन्वय) ने श्रोताओं और कवियों का स्वागत किया और महामहिम उप-उच्चायुक्त महोदय ने यात्रा पर आये कवियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किये।
मंत्री (समन्वय) ने अपने स्वागत संबोधन में हिदी और भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए उच्चायोग की प्रतिबद्धता दोहराई। उप-उच्चायुक्त महोदय ने अपने वक्तव्य में कहा कि कविता समाज का सुंदर दर्पण है और हर युग और हल काल में कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज को बेहतर बनाने का प्रयास किया है। यहां गांधी हॉल श्रोताओं से भरा हुआ था। उपस्थित श्रोताओं में श्री तेजेंद्र शर्मा , श्रीमती उषा राजे सक्सेना, श्री एस.एम पांडे, आदि जैसे कई स्थानीय वरिष्ठ हिंदी साहित्यकार और हिंदी प्रेमी उपस्थित थे।
कुल मिलाकर इस वर्ष का कवि सम्मेलन अभूतपूर्व रूप से सफल रहा। इससे ब्रिटेन के अलग-अलग शहरों में हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए एक नये वातावरण का निर्माण हुआ।