लंदन की संसद में हिन्दी साहित्य के माध्यम से सेतु निर्माण कार्यक्रम…
इस कार्यक्रम की मेज़बानी लंदन ईलिंग के सांसद श्री वीरेंद्र शर्मा ने की तथा इस अवसर पर भारतीय उच्चायोग के मंत्री समन्वय श्री दीपक चौधरी, लंदन की काउंसलर तथा सुप्रसिद्ध प्रवासी साहित्यकार ज़किया ज़ुबैरी, पंजाबी लेखक एवं काउंसलर के. सी. मोहन एवं प्रवासी
सांसद वीरेंद्र शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि यह एक नया सफल प्रयास है। ऐसे कार्यक्रमों की आज आवश्यकता है।
तेजेंद्र शर्मा ने कहा कि साहित्य एक ऐसा माध्यम है जो लोगों को
हिन्दी अकादमी, मुंबई के अध्यक्ष डॉ. प्रमोद पांडेय ने कहा कि यह सकारात्मक सोच का परिणाम है कि आज भारत और
कार्यक्रम की शुरूआत में रागसुधा विंजमुरी ने एक बेहतरीन नृत्य
इस कार्यक्रम के दौरान डॉ. प्रमोद पाण्डेय द्वारा संपादित प्रवासी काव्य-संग्रह ‘प्रवासी पंछी’ तथा प्रवासी कहानी-संग्रह ‘कैलिप्सो” का लोकार्पण भी किया गया। इस दौरान ब्रिटेन, युरोप और भारत के साहित्यकारों, पत्रकारों, अध्यापकों एवं हिन्दी सेवियों को
ब्रिटेन के युवा साहित्याकरों तिथि दानी, आशीष मिश्रा, ऋचा जैन, आशुतोष कुमार, शिखा वार्ष्णेय; नृत्यांगना रागसुधा; पत्रकार
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हिंदी साहित्य केमाध्यम से एक से अनेक राष्ट्रों में सहयोग और सद्भावना स्थापित होती है।कथा यूके और हिंदी समिति मुंबई का आयोजन सराहनीय है ।
सम्मानित रचनाकारों को बधाई
Dr Prabha mishra
धन्यवाद प्रभा जी।
अत्यंत सराहनिय आयोजन
सभी को शुभकामनायें
धन्यवाद सपना जी।
” साहित्य के माध्यम से सेतु निर्माण ” के सफल आयोजन के लिए ढेर सारी बधाई। इस प्रयास की जितनी सराहना की जाय कम होगी। वास्तव में कोई भी साहित्य देश की सीमाओं के बाहर भी उतनी ही पैठ रखता है जितनी देश के भीतर…. । और साहित्य से जुड़ा समाज आपसी जुड़ाव को बेहतर तरीके से एक दूसरे को समझता भी है।
धन्यवाद विजय लक्ष्मी जी। आपने हमारे प्रयास को सही समझा है।
अत्यंत महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं आप। आपके जज़्बे को सलाम!
सुंदर सकारात्मक कार्यक्रम के लिए आपको व सभी साहित्यकारों को आत्मीय बधाई व अभिनंदन।