अस्मत अमीन हाउस अमरसिंहपुरा में कवि, कथाकार ,उपन्यासकार, स्तंभ लेखक नदीम अहमद नदीम के काव्य संग्रह “अनकहे सच” के विमोचन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विचार व्यक्त करते हुए सुप्रसिद्ध लेखक, रंगकर्मी नवल व्यास ने कहा की वरिष्ठ साहित्यकार नदीम अहमद नदीम ने साहित्य की लगभग सभी विधाओं में सृजन किया है और लघु कथा के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर विशिष्ट पहचान रखने वाले नदीम अहमद नदीम का यह काव्य संग्रह “अनकहे सच” मानवीय संवेदनाओं का जीवंत दस्तावेज कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी इस काव्य संग्रह में नदीम अहमद नदीम की केवल प्रेम कविताएं नहीं  बल्कि सांप्रदायिक सद्भाव, सामाजिक विडंबनाओ ,मजदूर वर्ग ,और मानवीय रिश्तो को रेखांकित  करती भावपूर्ण कविताऐं पाठक को चिंतन के उच्चतम स्तर पे ले जाती है।
विमोचन अवसर पर नदीम अहमद नदीम ने संग्रह में शामिल कुछ रचनाओं का वाचन किया और अपनी रचना प्रक्रिया पर बात करते हुए कहा की उनकी रचनाओं में सामाजिक सरोकार  प्राथमिक रूप से शामिल रहते हैं ।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ रंगकर्मी और कथाकार विजय शर्मा ने कहा की नदीम अहमद नदीम सिर्फ कथा और उपन्यास के माध्यम से ही सामाजिक समस्याओं और विडंबनाओ को उजागर नहीं करते बल्कि अपनी विचार युक्त कविताओं के माध्यम से पाठकों का ध्यान  आकृष्ट करते हैं । “अनकहे सच ” का महत्त्वपूर्ण पक्ष यह भी है की नदीम की कविताओं पर जनकवि हरीश भादानी जी की टिप्पणी भी आशीर्वचन के रूप में शामिल है । विजय शर्मा ने विशेष तौर से नदीम अहमद नदीम की कविताएं मजदूर , सिसकती जिंदगीयां, स्वतंत्रता सेनानी शौकत उस्मानी,  तनहाइयां, जहरीली फिजा, नश्तर अपनों के ,राम या रहीम हो, का जिक्र करते हुए कहा की नदीम की कविताएं भाव विभोर करती है और सामाजिक चिंतन को बढ़ावा देती है ।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे इमरोज़ नदीम ने कहा की नदीम अहमद नदीम के तीन लघुकथा संग्रह , एक उपन्यास सहित अनेक संपादित ग्रंथ प्रकाशित हो चुके हैं।
कार्यक्रम के अंत में  अरमान नदीम ने आभार व्यक्त किया ।

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