होमसाहित्यिक हलचलपुनीता जैन को ‘श्री प्रभाकर श्रोत्रिय स्मृति आलोचना सम्मान’ साहित्यिक हलचल पुनीता जैन को ‘श्री प्रभाकर श्रोत्रिय स्मृति आलोचना सम्मान’ By Editor March 23, 2024 2 211 Share FacebookTwitterPinterestWhatsApp 16 मार्च 2024 को मध्यप्रदेश राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, हिन्दी भवन, भोपाल द्वारा आलोचना कर्म के लिए अखिल भारतीय स्तर पर प्रदान किया जाने वाला प्रतिष्ठित ‘श्री प्रभाकर श्रोत्रिय स्मृति आलोचना सम्मान -2023’ पुनीता जैन को उनकी कृति ‘आदिवासी कविता –चिंतन और सृजन’ के लिए दिया गया। सम्मान स्वरूप उन्हें प्रतीक चिन्ह, शाल, श्रीफल तथा इक्कीस हजार रूपये की राशि प्रदान की गयी। उन्हें समिति के अध्यक्ष श्री सुखदेव प्रसाद दुबे, उपाध्यक्ष श्री रघुनंदन शर्मा, रवींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री संतोष चौबे तथा सुश्री रंजना अरगड़े की उपस्थिति में यह सम्मान प्रदान किया गया । Share FacebookTwitterPinterestWhatsApp पिछला लेखडॉ मुक्ति शर्मा की कविता – स्त्री प्रेम में छली जाती हैअगला लेखडॉ पद्मावती की लघुकथा – अंतिम मिलन Editor RELATED ARTICLES साहित्यिक हलचल वैश्विक भाषा, कला एवं संस्कृति संगठन के शुभारंभ पर प्रथम यूरोपीय काव्य संध्या का आयोजन डेनहाग, नीदरलैंड में October 5, 2024 साहित्यिक हलचल ‘सुनो नीलगिरी’ पर चर्चा September 28, 2024 साहित्यिक हलचल नई दिल्ली में प्रहरी मंच के तृतीय वार्षिकोत्सव में गूँजा राष्ट्र प्रेम का उद्घोष September 21, 2024 2 टिप्पणी पुनीता जैन जी को बहुत-बहुत बधाइयाँ। एवं भविष्य के लिए शुभकामनाएँ। जवाब दें Bahut Dhanyawad mam जवाब दें कोई जवाब दें जवाब कैंसिल करें टिप्पणी: कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें! नाम:* कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें ईमेल:* आपने एक गलत ईमेल पता दर्ज किया है! कृपया अपना ईमेल पता यहाँ दर्ज करें वेबसाइट: Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed. Most Popular कविताएँ बोधमिता की November 26, 2018 कहानीः ‘तीर-ए-नीमकश’ – (प्रितपाल कौर) August 5, 2018 ‘हयवदन’ : अस्मिता की खोज May 2, 2021 अपनी बात…… April 6, 2018 और अधिक लोड करें Latest राकेश कुमार दुबे का लेख – समाज के मनोविज्ञान से संवाद : जैनेन्द्र का परख October 5, 2024 प्रो. सरोज कुमारी की कलम से – सांप : संघर्ष में लिपटी एक प्रेम कथा October 5, 2024 दीपक गिरकर की कलम से – समकालीन रचनाओं का एक अनूठा काव्य संग्रह है “धार फूलों की” October 5, 2024 दीपक शर्मा की कहानी – कुल जोड़ October 5, 2024 और अधिक लोड करें
पुनीता जैन जी को बहुत-बहुत बधाइयाँ। एवं भविष्य के लिए शुभकामनाएँ।
Bahut Dhanyawad mam