लेडी डॉक्टर
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उसके थके हुए चेहरे
और निस्तेज आँखों के पीछे से,
सख्ती से भींचे जबड़ों पर
जब तब लायी गयी फीकी मुस्कान के कोने से,
झांक ही लेती है एक औरत
जो अभी चार दिन पहले ही माँ बनी है,
मैं अक्सर उकसाती हूँ उसे
उस सफ़ेद कोट की तहों में दबी,
स्टेथेस्कोप में कसी,
वह औरत दबे पांव नमूदार होती है,
उन, तेजी से प्रिस्क्रिप्शन लिखते,
हाथों के ठीक नीचे से
वह बाहर आने के लिए फडफडाती है
मेज पर हवा में उड़ते कागजों की तरह,
जिन पर सख्ती से
दबा देती है वह पेपरवेट,
और बाहर आने की कोशिश में
वह एक बार फिर सहमकर छुप जाती है
उसके भीतर छुपी एक औरत,
मैंने उस मशहूर लेडी डॉक्टर को
एक पत्नी और एक माँ के रूप में
देखा है सहजता बरतते हुए
पर एक औरत जो छुपी है
उस सफेद कोट की तहों में
कभी बाहर नहीं आती ये बताने
कि उसे थकान भी होती है
कि कैल्शियम और आयरन से कहीं अधिक
उसे प्रेम की जरूरत है
पर उसके अपने नवजात बच्चे के साथ
वक़्त बिताने से कहीं अधिक महत्वपूर्ण
जताया जाता रहा उसे
अन्य बच्चों के आगमन की तैयारियों में
उसका सदा मुस्तैद रहना
ताकि सुनिश्चित की जा सकेँ
इस बार स्विट्जरलैंड में पारिवारिक छुट्टियाँ
या खरीदी जा सके बाज़ार में अभी आई एक नई महंगी कार
या खोली जा सके उनके फैमिली क्लीनिक की
एक और नई हाईटेक ब्रांच…..
— अंजू शर्मा
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