मोहिउद्दीन नगर निवासी देश के सुप्रसिद्ध साहित्यकार श्री ईश्वर करुण की पुस्तक “एक और दृष्टि” का लोकार्पण चेन्नई स्थित राष्ट्रीय महत्व की संस्था दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा के परिसर में दक्षिण भारत के हिन्दी विद्वानों के साथ एक औपचारिक विचार-विमर्श बैठक में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत केंद्रीय हिंदी शिक्षण मंडल के उपाध्यक्ष श्री अनिल शर्मा ‘जोशी’ के कर-कमलों द्वारा किया गया। उनके साथ केंद्रीय हिंदी संस्थान के हैदराबाद केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक डाॅ गंगाधर वानोडे, राष्ट्र किंकर पत्रिका (दिल्ली) के संपादक डाॅ विनोद बब्बर, संस्थान से इस वर्ष “सौहार्द पुरस्कार” प्राप्त करनेवाले डाॅ एलवीके श्रीधर उपस्थित थे। ईश्वर करुण की इस पुस्तक का प्रकाशन दिल्ली स्थित श्वेतवर्णा प्रकाशन ने नयी सज धज के साथ किया है।
पुस्तक में समाचार पत्रों में प्रकाशित चुने हुए समाचारों की अंतर्कथा के साथ अलग दृष्टि से रोचक विश्लेषण किया गया है। इसमें शामिल पूर्व प्रकाशित लेख तमिलनाडु के महाविद्यालय के पाठ्यक्रम में भी शामिल है !इसमें शामिल लेख पूर्व में भी लोकप्रिय रहे हैं और गद्य की एक अलग विधा के रूप में चर्चित रहे हैं।
इस अवसर पर चेन्नै के हिन्दी-तमिल विद्वानों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही,डाॅ मंजुनाथ (उच्च शिक्षा एवं शोध संस्थान-हिन्दी विभागाध्यक्ष) डाॅ नजीम बेगम, डाॅ सविता घुड़केवार, डाॅ जयश्री, डाॅ मृत्युंजय सिंह, हिन्दी प्रचार सभा की शिक्षा परिषद के सदस्य श्री कृष्णमूर्ति, हिन्दू कालेज के हिन्दी विभाग अध्यक्ष डाॅ मणि कंठन, लोयोला कालेज हिन्दी विभाग के डाॅ लोकेश्वर, तमिलनाडु हिन्दी साहित्य अकादमी की सदस्या श्रीमती कुमुद वार्ष्णेय जैसे विद्वान उपस्थित थे।

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