उत्तराखंडमाटीकीसौंधीसुगंधलिए सुधा जुगरान की कहानियों में देवभूमि उत्तराखंडकाआँचलिकसौन्दर्यदृष्टिगोचरहोताहै।पाठकउत्तराखंडकीसंस्कृतिकीविशिष्टता, वहाँकीपहाड़ियोंऔरघाटियोंमेंप्रकृतिऔरजीवनकीछटाऔरउसकेश्वेतऔरस्याहपक्षसेतोरूबरूहोतेहीहैं, लेखिकाकीसामाजिक, भौगोलिकऔरजीवन–दृष्टिसेभीपरिचितहोतेहैं।रोजमर्राकीजिन्दगीऔरसामाजिकसरोकारोंसेसम्बन्धितउनकीसरल–सहजकहानियाँदिलमेंछापछोड़तीहैं।पारिवारिकऔरसामाजिकमसलोंकोलेकरचलनेवालीकहानियोंमेंजग–जीवनकेविविधरंगबिखरेहुएहैं।जीवनकेखट्टे–मीठेअनुभव, सुख–दुख, सामाजिकपरम्पराओं–विडम्बनाओंकाताना–बाना, बदलतेसमाजकेबदलतेमूल्योंकीकशमकशउनकीकहानियाँउजागरकरतीहैं।विशेषकरवेदोपीढ़ियोंकेबीचकेमतभेदोंऔरअन्तर्द्वन्द्वकोदर्शातीहैं।
हिंदी साहित्य के विशाल क्षेत्र में स्वयं को स्थापित करती सुधा जुगरान का ‘मुखरितमौन’ दूसराकहानीसंकलनहै।यहसंकलनसदियोंसेदबी, सहमी, घुटीस्त्रीकेमौनकोमुखरितकरनेकाप्रयासहै।कहानियोंकेकेन्द्रमेंस्त्रीहै।स्त्रीकेकईविमर्शोंकोछूतीहुईकहानियाँमुख्यतःस्त्रीकीपारिवारिक–सामाजिकस्थितिकीपड़तालहीनहींकरतीबल्किकुछेकसामाजिक–कानूनीमुद्दोंपरभीअपनादृष्टिकोणरखनेकीपहलकरतीहैं।समयकेसाथपरिस्थितियोंऔरपारिवारिकमूल्योंमेंजोपरिवर्तनआयाहै, उसमेंआमस्त्रीस्वयंकोकहाँपरदेखतीहै।उसकीआकांक्षाओं–चुनौतियोंऔरउससेपरिवारकीअपेक्षाओंकेबीचउत्पन्नहुईकशमकशकोदर्शातीकहानियांपाठककीसोचकोसकारात्मकरूपसेप्रभावितकरतीहैं, बदलतेपरिदृश्यकोस्वीकारकरनेकासंदेशदेतीहैं।
यहसंकलनकीएकबहुतहीप्रभावशालीकहानीहै।आरक्षणकामुद्दाऔरजातिगतमसलाबड़ीशिद्दतसेउभराहै।इससेसमाजमेंजोसमस्याउत्पन्नहोरहीहैउसकाचित्रणहीनहींकिया, निवारणकाविकल्पभीप्रस्तुतहै।लेखिकानेयहबातबड़ीसटीककहीकिआरक्षणविद्यार्थियोंकेलिएबैसाखीहै, सीढ़ीनहीं, औरयुवाओंकेमनमेंजातिगतभावनाकोबढ़ावादेतीहै।वहींयहमुद्दापिछड़ीजातिकेमेधावीछात्रोंकेलिएउपहासऔरकटाक्षकाकारणभीबनजाताहै।कईवाक्यसीधेहृदयपरप्रहारकरतेहैं।मेहनतीऔरमेधावीइंदिराकासहपाठीविवेकउससेकहताहै, ‘तुम्हेंइतनीमेहनतकरनेकीक्याजरूरत? आरक्षणकेबलपरतुमअपनामुकामहासिलकरलोगी।‘ आरक्षणएकसंवेदनशीलसामाजिक–कानूनीमुद्दाहै, इसकेकईआयामहैं।लेखिकाने बड़ी कुशलता से इसके दोनों पक्ष प्रस्तुत किये हैं।जात–पातकेदायरेसेऊपरउठेआरतीऔरसुरेन्द्रकीइंदिराकेपरिवारकेप्रतिउदारताऔरउनकाप्रगतिशीलदृष्टिकोणमनमेंएकमीठीआसदिलातेहैं।मगरइतनेउदारवेभीनहींबनपातेकिजात–पातकीसामाजिकबेड़ियोंकोतोड़अपनेबेटेकीशादीइंदिरासेकरदें।यहबातसामाजिकरूढ़ियोंकीओरध्यानखींचतीहैऔरसोचनेकेलिएविवशकरतीहै।
कहानियोंमेंभले ही अलग–अलगपरिवेशमेंनारीकीस्थितिऔरसंघर्षोंकीकथा–व्यथाहै, लेकिनजोबातइसविमर्शकोविशेषबनातीहै, वहहैकिपरिस्थितिचाहेजोभीहो, लेखिकानेस्त्रियोचितगुणोंऔरमानवीयमूल्योंपरआँचनहींआनेदी, हरकीमतपरइनकोसर्वोपरिरखा।यहआग्रहआजकेदिशा–भ्रमकीस्थितिमेंबहुतमायनेरखताहै।अधिकतरकहानियोंमेंसमस्याहैतोसमाधानभीहै।वास्तव में व्यावहारिकजीवनमेंसमाधानइतनेसरलनहींहोते।कहीं–कहींसमाधानप्रस्तुतकरनेकेफेरमेंकहानीउपदेशात्मकहोजातीहैजोधारकोकमकरदेतीहै।