मुआ बीवी ऐसी चीज है कि हरेक शख्स को इसकी तलाश रहती है। चाहे वह बूढ़ा हो, अधेड़ हो या जवान। सड़क पर चलाता हुआ अधेड़ व्यक्ति भी कुंआरी कन्याओं को ऐसे ताकता है जैसे उसे मौका मिले तो तुरंत उससे शादी कर ले। इसके पीछे कारण है कि अधेड़ उम्र तक आते-आते उसे अपने बीवी का रंग फीका लगने लगता है। दफ्तर में अगर कोई सुंदर कुंआरी कन्या काम करने के लिए आये तो सबसे ज्यादा उस पर नजर अधेड़ उम्र के लोगों की रहती है।
वे उसका पूरा इतिहास-भूगोल जानने को लालायित रहते हैं। कई बार तो ऐसा भी होता है कि अधेड़ व्यक्ति चाय पिलाने के बहाने उसे बाहर भी ले जाता है। तब वह भूल जाता है कि जिस कुंआरी कन्या को वह ले जा रहा है वह उसके नहीं उसके बेटे के काबिल है या बेटी के दाखिल है। लेकिन उसे कन्या को चाय पिलाने के लिए ले जाने में बड़ा मजा आता है।
अब जबकि बीवियां भी ऑनलाइन मिलने लगी हैं तो कई अधेड़ लोगों की भी नजर उस पर रहती है। जहां कोई खूबसूरत कुंआरी कन्या का फोटो नहीं देखा कि उनकी बांछे खिलने लगती हैं। मेरे दफ्तर के शर्मा जी का भी यही हाल है। बेटा-बेटी की शादी हो चुकी है लेकिन ऑनलाइन बीवी की चाहत उनमें कम नहीं हुई है। एक दिन मुझसे कह रहे थे कि अब जमाना बदल चुका है। अब सब कुछ ऑनलाइन मिल जाता है। आज मैंने फेसबुक पर एक खूबसूरत लड़की का फोटो देखा तो मुझे लगा कि अगर मैं उसकी उम्र का होता तो उससे शादी कर लेता।
मैंने कहा कि अब जब कि आपकी उम्र कब्र में जाने की हो रही है तब आपको ऑनलाइन बीवी की तलाश है। तब उन्होंने कहा मुझे नहीं, अपने भतीजे के लिए बहू की तलाश है। तब मैंने बात बदलते हुए उनसे कहा कि अब तो दिल्ली का हाल यह है कि वहां प्रदूषण की भरमार है। कुछ दिनों बाद दिल्ली वाले विज्ञापन देंगे कि उन्हें ऑनलाइन प्रदूषण मुक्त बीवी चाहिए। वे बोले तुम ठीक कहते हो।
दिल्ली वालों के साथ-साथ अब जिन शहरों में प्रदूषण की भरमार है उन्हें भी ऑनलाइन प्रदूषण मुक्त बीबी की जरूरत पड़ेगी। क्योंकि प्रदूषण मुक्त बीवी होने से बच्चे भी प्रदूषण मुक्त पैदा होंगे। तब प्रसव कराने वाले डाॅक्टर भी बड़े-बड़े अखबारों में विज्ञापन देकर कहेंगे कि मेरे यहां प्रदूषण मुक्त बच्चा पैदा किया जाता है। अगर आपको प्रदूषण मुक्त बच्चा चाहिए तो मेरे अस्पताल में आइये और प्रदूषण मुक्त बच्चा ले जाइये। इस तरह ऑनलाइन बीवी के साथ-साथ प्रदूषण मुक्त बच्चा पैदा कराने का नया धंधा भी डाॅक्टरों के लिए चालू हो जायेगा। तब अस्पतालों में बोर्ड लगाया जायेगा-जल्दी आओ और प्रदूषण मुक्त बच्चा पैदा कराओ।
इस पर टोकते हुए मैंने उनसे कहा, फेसबुक पर मेरी नजर एक रिश्ते पर पड़ी थी जिसमें एक बाप ने अपने बेटे के लिए ऑनलाइन बीवी की तलाश करते हुए लिखा था उसे प्रदूषण मुक्त बहू चाहिए। बेटी के पिता को प्रदूषण विभाग सेे इस आशय का सर्टिफिट लाना होगा कि उसकी बेटी प्रदूषण मुक्त है। मैंने उसे कहा कि मेरा शहर प्रदूषण मुक्त है लेकिन विभाग इसका प्रमाण पत्र नहीं देता है। इसके उत्तर में उसने लिखा-दिल्ली में बगैर प्रदूषण सर्टिफेट लाये बीवी रखना भी कानूनी अपराध घोषित हो सकता है। इसलिए मैं इसकी तैयारी अभी से कर रहा हॅूं। मैं जब भी अपने बेटे लिए बहू लाउंगा तो वह आॅन लाइन के साथ-साथ प्रदूषण मुक्त भी होगी।
तब मैंने फेसबुक पर ही लिख दिया तलाशते रहो। प्रदूषण मुक्त बहू मिल जाये तो मुझे भी बताना। भविष्य में मुझे भी बेटे की शादी करनी होगी तो मैं भी ऑनलाइन प्रदूषण मुक्त बहू लाने का प्रयास करूंगा ताकि मेरा परिवार भी प्रदूषण मुक्त हो सके।