बाबा बोतलदास की गप्प गोष्ठी में साल 2020 पर चर्चा चल रही थी। गोष्ठी में मौजूद प्रत्येक व्यक्ति साल 2020 की समीक्षा अपने-अपने ढंग से कर रहा था। एक ने कहा कि यार लगता है कि विश्व के लोगों ने साल 2020 के जश्न को ठीक से नहीं मनाया। इससे पहले जितने भी साल आये उन्होंने इतनी तबाही दुनिया में नहीं मचायी। दूसरे ने कहा कि साल 2020 का स्वागत विश्व के लोगों ने ठीक ने नहीं किया इसलिए यह साल लोगों के लिए कोरोना के रूप आफल लेकर आया है। यह एक मात्र साल है जिसमें मात्र चार महीने में लगभग पौने दो लाख लोगों की मौत हुई है। अभी तो साल के आठ महीने बाकी है।
इन आठ महीनों में यह साल न जाने क्या-क्या गुल खिलायेगा। चर्चा को आगे बढ़ाते हुए बाबा बोतलदास ने कहा कि यह साल लोगों के लिए शुभ नहीं रहा। दुनिया के अधिकांश देश वैश्विक बीमारी नोबोल कोरोना से पीड़ित है। सभी देशों को इस बीमारी के इलाज के लिए मिल-बैठकर विचार करना चाहिए।
इस पर टोकते हुए पहले व्यक्ति ने कहा कि इस बीमारी का इलाज नहीं, बल्कि साल 2020 का इलाज किया जाना चाहिए। यह सुनकर गोष्ठी में बैठे लोगों के कान खड़े हो गये। उस व्यक्ति ने आगे कहा कि साल 2020 का ठीक ढंग से इलाज करने से ही दुनिया को सभी प्रकार की बीमारी से निजात मिल सकती है।
मेरे विचार से जब दुनिया के आतंकी ओसामा बिन लादेन को खत्म किया जा सकता है और इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन को फांसी पर लटकाया जा सकता है और सीरिया में आतंकवाद को खत्म किया जा सकता है तो फिर साल 2020 का इलाज क्यों नहीं किया जा सकता। उसने आगे कहा प्लेग, चेचक और पोलियो जैसी बीमारी का इलाज भी दुनिया के लोगों ने किया तो वे आपस में मिल-बैठकर साल 2020 का भी इलाज ठीक से करें।
इस पर बाबा बोतलदास ने कहा कि साल 2020 को खत्म करना ही इस बीमारी का एक मात्र इलाज है। जिस प्रकार कंप्यूटर में वायरस घुस जाता है तो उसे डिलीट कर दिया जाता है और उसमें एंटी वायरस डालकर उसकी री लांचिंग की जाती है तो साल 2020 को भी डिलीट करके उसमें एंटी वायरस डाला जाना चाहिए। इसके बाद फिर से साल 2020 की री लांचिंग होनी चाहिए। इससे लाभ यह होगा कि दुनिया के सारे वायरस एक साथ डिलीट हो जायेंगे और आगे के आठ महीने भी लोगों के लिए शुभकारी होंगे।
बाबा ने आगे कहा कि दुनिया के देशों को साल 2020 को डिलीट करने के लिए बैठक बुलानी चाहिए, क्योंकि वे सभी कोरोना वायरस से पीड़ित हैं। वैसे भी यह साल रेयर आफ द रेयरेस्ट साल की गिनती में आता है। इसलिए इसे किसी भी सूरत में खत्म किया जाना ही कोरोना से मुक्ति का एक मात्र उपाय है। बैठक को संबोधित करते हुए तीसरे व्यक्ति ने कहा कि इससे पूर्व दुनिया ने कंप्यूटर के टू वाइ के की समस्याओं का समाधान मिल बैठकर निकाला था। इसके बाद बैठक खत्म हो गयी।

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