पतानहींकहाँसेआकरकौओंनेकाँव–काँवकरकहा, “उठजाओ, उठजाओ।” पत्नीनेप्यारसेकहा, “चायपीकरफ्रेशहोजाओ।” कड़ी–मीठीचायपतानहींक्योंबेहदकड़वीलगी।टीवीऑनकिया, तो युद्धमेंकूदेदेशोंकेसमर्थकनेताएक–दूसरेकोदोषीठहरानेकाँव–काँवकररहेथे।मूडऑफहोनेसेटीवीभीऑफहोगया।खिड़कीखोली, झाँककरदेखा, तो लगाकिपूरीकॉलोनीही काँव–काँवकररहीहै।कलकीकल्पनाकरवहकाँपनेलगा।कितनीकल–कलकरतीनदियाँ, कितनेसरतानेपहाड़, खिलखिलातेखेत–खलिहान, लोग–बाग, थी, थे, थाहोजाएँगे, कहनहींसकता।
शायदनदियाँहों, परंतु उनके पानीकारंगबदलजाए।खेत–खलिहानहों, फसलेंबदलजाएँ।लाशेंबिखरीहोंऔरढेरनजरआएँ।कल–कारखानेमौनआँसूबहाएँ।पहाड़ोंकेदिलटूटजाएँ… कहनहींसकता।
माँदर्पणकेसामनेबैठीथी।उदास।उसकीनजरदर्पणमेंमुस्करातेबेटेपरपड़ी।उसनेपीछेमुड़करदेखा।दीवारपरटँगीबेटेकीकभीनथकनेवालीमुस्करातीतस्वीरकोदेखऔरउदासहोगई।उसनेदर्पणमेंदाएँदेखा, बेटामुस्करारहाथा।बाएँदेखा, बेटामुस्करारहाथा।वहदेखतीरही, अपलकदेखतीरही।बेटेकेमुस्करातेचेहरेकेपीछेएकअनजानरोताहुआचेहराउभराऔरअगलेहीपलमुस्करातेहुएउसकेबेटेकेपीछेछिपगया।दूसराचेहराउभरा, बोझिलऔरउदास, किंतु फिर तुरंतखिलखिलाताहुआबेटेमेंसमागया।तीसराचेहराउभरा, बिल्कुलपीला–सफेदजैसेकिसीनेपूराखूनचूसलियाहो, वह भी तुरंतलाल–गुलाबीचेहरेमेंबदलतेहीबेटेकेपीछेछिपगया।चौथा…पाँचवाँ…छठा… चेहरेउभरते, समाते, छिपतेगए।अबवहभीमुस्करानेलगी।
उसकीनजरेंपलभरझुकीं, फिरउठीं। तस्वीर पर फिर निगाह जम गई।देखाकिदोआँखोंमेंदीयेजलरहेहैं।किडनीएकहीलाल रंगकीपिचकारीचलारहीहै।रुक–रुककरमुस्करारहाहैहृदय।फेफड़ाफुसफुसाकरकुप्पाहोरहाहै।लिवरखिलखिलारहाहै।