यह कहना अन्यथा न होगा कि शेन वॉर्न की स्पिन बॉलिंग एक तरह से गेंद के साथ लिखी गयी कविता होती थी। उसमें नज़ाकत भी होती थी और हैरानी भी। पाठक की ही तरह बल्लेबाज़ भी सोचता रहता था कि अंत में होगा क्या। वे आने वाली पीढ़ियों के लिये प्रेरणा स्त्रोत बने रहेंगे।

एक इन्सान जो कि 15 वर्ष तक टेस्ट क्रिकेट खेलता है और बारह वर्षों तक एक-दिवसीय क्रिकेट खेलता है अचानक 52 वर्ष की आयु में दिल के दौरे से ज़िन्दगी को अलविदा कह जाता है !
इस बात पर विश्वास करना कठिन ही नहीं लगभग असंभव ही लगता है। मगर शेन वार्न ने ऐसा कर दिखाया। 13 सितम्बर 1969 को जन्में शेन वार्न ने 4 मार्च 2022 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनकी मृत्यु थाइलैंड के कोह सामुई शहर में हुई।
यह कहना अन्यथा न होगा कि शेन वॉर्न की स्पिन बॉलिंग एक तरह से गेंद के साथ लिखी गयी कविता होती थी। उसमें नज़ाकत भी होती थी और हैरानी भी। पाठक की ही तरह बल्लेबाज़ भी सोचता रहता था कि अंत में होगा क्या। वे आने वाली पीढ़ियों के लिये प्रेरणा स्त्रोत बने रहेंगे।
एक विचित्र बात ध्यान देने लायक है कि ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी रॉडनी मार्श का 74 साल की उम्र में निधन भी शेन वॉर्न से कुछ घंटे पहले ही दिल का दौरा पड़ने के चलते हो गया था। शेन वार्न ने उन्हें श्रद्धांजलि भी दी थी। उनको श्रद्धांजलि देने के कुछ घंटे बाद ही शेन वॉर्न स्वयं चल बसे। 
शेन वॉर्न ने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया 2 जनवरी 1992। भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिये यह ख़ास प्रसन्नता का विषय होगा कि उन्होंने अपना पहला टेस्ट भारत के विरुद्ध ही खेला था। और ध्यान देने लायक बात यह है कि अंतिम टेस्ट मैच भी 2 जनवरी को ही खेला मगर 15 वर्ष बाद यानी कि 2007 में। यह मैच उन्होंने इंगलैण्ड के विरुद्ध खेला। 
जब कभी ऑस्ट्रेलिया और इंगलैण्ड के बीच ऐशिज़ सीरीज़ खेली जाती तो लगता था जैसे कि मैच इंगलैण्ड की टीम और शेन वॉर्न के विरुद्ध खेला जा रहा है। जिस बॉल पर उन्होंने माइक गैटिंग को आउट किया था उसे ‘बॉल ऑफ़ दि सेंचुरी’ कहा जाता है। बाल लेग स्टंप के बाहर टप्पा खा कर माइक गैटिंग की टांगों के पीछे से उनकी ऑफ़-स्टम्प ले उड़ी। गैटिंग हक्के-बक्के उस गेंद को और अपनी उड़ी हुई गिल्लियों की ओर देखते रह गये। यह मैच ब्रिटेन के ओल्ड ट्रैफ़र्ड ग्राउण्ड में खेला जा रहा था। 
शेन वॉर्न और मुथ्थैया मुरलीधरन की तुलना हमेशा से की जाती रही है। आँकड़ों के हिसाब से मुरलीधरन शेन वॉर्न से बहुत आगे हैं। मगर मुरली के एक्शन को लेकर हमेशा कोई न कोई विवाद चलता रहा। जबकि शेन वॉर्न के किस्से उनके निजी जीवन को लेकर तो बनते रहे मगर क्रिकेट को लेकर केवल एक ही विवाद था और वोह भी निजी जीवन के कारण – उन पर नशीले पदार्थ लेने का आरोप।
शेन वॉर्न का कैरियर ग्राफ़ पूरी तरह से अद्भुत रहा। उन्होंने अपने जीवन काल में 145 टेस्ट मैच खेले और 708 विकट झटके। उन्होंने इंगलैण्ड के विरुद्ध एक सीरीज़ के पांच टेस्ट मैचों में कुल 40 विकट लिये जो विलक्षण है। वर्ष 2005 उनके या किसी भी गेंदबाज़ के जीवन का श्रेष्ठतम वर्ष कहा जा सकता है क्योंकि एक ही कैलेंडर वर्ष में शेन वॉर्न ने कुल 96 विकट लिये थे। 
जहां तक एक दिवसीय क्रिकेट का सवाल है, शेन वॉर्न ने कुल 194 मैचों में 293 विकट लिये। उनकी मैदान में उपस्थिति ही खेल में उत्साह भर देती थी। भारत को छोड़ कर शेन वॉर्न ने विश्व भर की टीमों के महानतम खिलाड़ियों को अपनी स्पिन गेंदों से छकाया। 
शेन वॉर्न सर डॉनल्ड ब्रेटमैन के प्रिय पांच खिलाड़ियों में से एक थे। उन पांच खिलाड़ियों में सचिन तेंदुलकर भी शामिल हैं। 1998 की ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ के दौरान दोनो मित्र सर डॉन को मिलने उनके घर गये थे और क्रिकेट की तीन महानतम विभूतियों की फ़ोटो एक क्लेकटर्ज़ आइटम बन गयी थी।
शेन वॉर्न आई.पी.एल. में राजस्थान रॉयल्स के कोच एवं मैनेजर रहे। वहां रवीन्द्र जडेजा के साथ उनकी गहरी दोस्ती हो गयी थी। शेन वॉर्न के निधन के बाद जडेजा ने भी अपने प्रिय क्रिकेटर को श्रंद्धांजलि देते हुए कहा, शेन वॉर्न के निधन के बारे में सुनकर सदमे में हूं, वॉर्न हमारे खेल के शानदार स्टेट्समैन थे. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे, उनके चाहने वालों के साथ मेरी सहानुभूति है।
ब्रिटिश एक्ट्रेस लिज़ हर्ली के साथ शेन का तीन साल तक प्रेम संबन्ध रहा। लिज़ ने अपने पूर्व प्रेमी की मृत्यु पर कहा, “मुझे लगता है जैसे सूर्य काले बादलों के पीछे छिप गया है। प्रभु मेरे शेरदिल प्रेमी को शांति प्रदान करें!”
शेन वॉर्न को पूरे विश्व के महान क्रिकेटरों ने श्रद्धांजलियां दी हैं। सुनील गावस्कर, कपिल देव, सचिन तेंदुलकर, सर इयान बॉथम, रिकी पाँटिंग, हरभजन सिंह के साथ-साथ श्रद्धांजलियों का जैसे तांता ही लग गया है। 
जब एक ही दिन में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के दो महान खिलाड़ी इस दुनिया को विदा कह जाएं, तो ज़ाहिर है कि क्रिकेट जगत में मातम की सी स्थिति तो होगी ही। पुरवाई के पाठकों की ओर से हम शेन वॉर्न एवं रॉडनी मार्श की आत्मा की शांति के लिये प्रार्थना करते हैं.
लेखक वरिष्ठ साहित्यकार, कथा यूके के महासचिव और पुरवाई के संपादक हैं. लंदन में रहते हैं.

22 टिप्पणी

  1. शेन वॉर्न की स्पिन बॉलिंग एक तरह से गेंद के साथ लिखी गयी कविता होती थी। उसमें नज़ाकत भी होती थी और हैरानी भी।… एक पंक्ति ने बहुत कुछ कह दिया। बहुत अच्छी जानकारी।

  2. शेन वॉर्न की स्पिन बॉलिंग एक तरह से गेंद के साथ लिखी गयी कविता होती थी। उसमें नज़ाकत भी होती थी और हैरानी भी….. अद्भुत लेखनी

  3. शेन वॉर्न के खेल जीवन को बहुत सुन्दर ढंग से कलमबद्ध किया … बॉल पर लिखी कविता एक उत्कृष्ट कलमकार ही पढ़ सकता है।

  4. पुरवई के पाठकों की ओर से सम्पादकीय में शेन वार्न
    ‘स्पिन के जादूगर ‘को कविताओं और कहानियों के जादूगर द्वारा दी गई श्रद्धांजलि संवेदनात्मक है ।
    Dr Prabha mishra

  5. फिरकी गेन्द का रास्ता और कविता की पंक्ति की तुलनात्मक उपमा एक अद्भत सामंजस्य, अप्रतिम एवं मौलिक विचार शेनवार्न की तरह ही अभूतपूर्व अन्दाज़ !
    वाह वाह क्या बात है !!
    ईशवर उनकी आत्मा को चिरशान्ति प्रदान करें ।

  6. सटीक जानकारी के साथ उत्तम अभिव्यक्ति। इतने फ़िट कलाकारों के साथ भी हादिसे हो सकते हैं।

  7. बहुत सारी नई जानकारियाँ मिलीं शेन वार्न के बारे में। स्पिन के जादूगर को कलम के जादूगर द्वारा दी गई संवेदना पूर्ण श्रद्धांजलि हेतु साधुवाद। मैं अपने भी श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ।

  8. हमेशा की तरह प्रभावी संपादकीय, विस्तृत जानकारी देता हुआ क्रिकेट और शेन वार्न पर, जिंदगी बेहद बेवफ़ा होती है, कब साथ छोड़ दे, 52 वर्षो में विदा होने वाले अभूतपूर्व खिलाड़ी को श्रद्धांजलि

    • शैली जी आप निरंतर संपादकीय पर अपनी सकारात्मक टिप्पणी देती हैं। बहुत बहुत शुक्रिया

  9. शेन वार्न को सहज अभिव्यक्ति के साथ श्रद्धांजलि अर्पित करता हुआ सम्पादकीय। इस गेंदबाज को मेरा सादर नमन

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