संपादकीय – विधान सभा भवन भोजपुरी सिनेमा नहीं!

सवाल यह उठता है कि कल तक यही नीतीश कुमार इंडी गठबंधन के माध्यम से भारत का प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे थे। मगर इनके बीते दिनों के व्यवहार ने इनकी मानसिक स्थिति पर ढेरों सवाल खड़े कर दिये हैं। राहुल गांधी शायद...

सूर्य कांत शर्मा का लेख – बिशन सिंह बेदी: फिरकी के जादूगर

क्रिकेट विश्व कप में भारतीय टीम का बढ़िया प्रदर्शन जारी है। अभी बुरी ख़बर आई कि फिरकी के जादूगर यानी महान स्पिन गेंदबाज सरदार बिशन सिंह बेदी नहीं रहे। 77 वर्षीय यह स्पिन चौकड़ी का मजबूत हिस्सा लंबे समय से बीमार चल रहा था।...

दुश्मन को रख देंगे चीर : हम हैं अग्निवीर!

"दुश्मन को रख देंगे चीर : हम हैं अग्निवीर!" ये नारा है अग्निवीरों का। हाँ वही अग्निवीर - जिनके लिए जब यह योजना लाई गयी थी तब पता नहीं किसने युवाओं को इसके विरुद्ध भड़काया था कि ये उनको सुनहरे ख़्वाब दिखाए जा रहे हैं...

डॉ. मयंक मुरारी का लेख – सृष्टि में शक्ति

भौतिक जगत का निर्माण ऊर्जा द्वारा होता है। प्रकृति की दृश्यमान सत्ता के पीछे ऊर्जा की शक्ति होती है। जीवन का निर्माण भी  ऊर्जा के माध्यम से होता है। पृथ्वी में जीवन का निर्माण भी बीज रूपी प्राण ऊर्जा से संभव होता है। जीवन का...

शैलेन्द्र चौहान का लेख – मेघालय की जनजातीय संस्कृति

मेघालय में विश्व की सबसे बड़ी जीवित मातृवंशीय संस्कृति प्रचलन में है। मेघालय के अधिकांश लोग और प्रधान जनजातियां मातृवंशीय प्रणाली का अनुसरण करते हैं, जहां विरासत और वंश महिलाओं के साथ चलता है। कनिष्ठतम पुत्री को ही सारी संपत्ति मिलती है और वही...

देवानंद : नफरत करने वालों के सीने में प्यार भरने वाला अलबेला शाहकार

है अपना दिल तो आवारा... प्यार की तलाश करता, पल भर के लिए कोई हमें प्यार कर ले... प्यार की गुजारिश करता, शोखियों में घोला जाए फूलों का शबाब....प्यार की परिभाषा बताता, और राम का नाम बदनाम ना करो... परिवार के प्यार से वंचित...