ब्रिटेन के प्रमुख कहानीकार श्री महेन्द्र दवेसर का निधन हो गया है।शनिवार 04 नवम्बर 2023 की सुबह उन्होंने अपने घर पर ही अंतिम सांसें लीं। वे 93 वर्ष के थे।
दवेसर जी का जन्म नई दिल्ली में 14 दिसम्बर 1929 को हुआ था। महेन्द्र दवेसर ने नौकरी से रिटायरमेंट के बाद ही हिन्दी में कहानियां लिखने की शुरूआत की थी। उनके कहानी संग्रहों में प्रमुख थे – पहले कहा होता (2003), बुझे दीये की आरती (2007), अपनी-अपनी आग (2009) और पुष्प दहन (2014)।
परिवार के सदस्यों के अनुसार महेन्द्र दवेसर अपने जीवन के अंतिम समय तक मानसिक एवं शारीरिक रूप से सक्रिय रहे। उन्हें कोई गंभीर किस्म की बीमारी नहीं थी और वे अपनी अंतिम यात्रा पर शांति से प्रस्थान कर गये।
दवेसर जी के अंतिम संस्कार के बारे में जानकारी मिलते ही ब्रिटेन के हिन्दी साहित्यिक जगत को सूचित किया जाएगा।
कथा यूके एवं पुरवाई परिवार की ओर से हमारे वरिष्ठ कथाकार महेन्द्र दवेसर जी को भावभीनी श्रद्धांजलि और परिवार को सांत्वना संदेश।
एक स्नेहिल सृजनकर्मी और आफ़रीन इंसान थे।कथा साहित्य के शानदार अग्रदूत रहे।आम जन के सरोकारों के पैरोकार का शांति पूर्ण अंदाज़ में अनंत यात्रा पर जाना उनके शुद्ध सात्विक और सुवासित कर्मों का द्योतक है।
अश्रुपूर्ण विदाई।ईश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान दे और परिवार को दुख सहने की शक्ति ।
एक स्नेहिल सृजनकर्मी और आफ़रीन इंसान थे।कथा साहित्य के शानदार अग्रदूत रहे।आम जन के सरोकारों के पैरोकार का शांति पूर्ण अंदाज़ में अनंत यात्रा पर जाना उनके शुद्ध सात्विक और सुवासित कर्मों का द्योतक है।
अश्रुपूर्ण विदाई।ईश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान दे और परिवार को दुख सहने की शक्ति ।
विनम्र श्रद्धांजलि वयोवृद्ध साहित्यकार महेन्द्र जी को।