होम ग़ज़ल एवं गीत संगीता राजपूत “श्यामा” का गीत – प्रतीक्षा ग़ज़ल एवं गीत संगीता राजपूत “श्यामा” का गीत – प्रतीक्षा द्वारा संगीता राजपूत श्यामा - January 8, 2023 29 0 फेसबुक पर शेयर करें ट्विटर पर ट्वीट करें tweet ताम्र पत्र पे भाव उकेरे प्रेम निवाला मुझे खिलाना आस अटारी चढ के बैठी उधङे ह्दय को आ सिलाना— गूथी हिल मिल है मेल लङी बाते बीती क्यो बिसराते उमङ बहे अब मेरी अंखिया झूठे शब्दो मे भरमाते काल चक्र निर्धारित करके भूल चुके क्या याद दिलाना—- क्षति विक्षिप्त हुई सरल कामना पवन विरह की उङे निगोङी कुटिल भाव क्यो मन मे उपजे झलक दिखा दो आ के थोड़ी चंदा की किरणे बुन आती नैन डगर से शहद पिलाना —- तरंगिणी मिलती जलनिधि से शशि छटक तारो को चूमती गिरती स्वाती चातक उर में बरखा मेघा साथ घूमती पुनः लौट के आता सावन बागों मे अब पुष्प खिलाना संबंधित लेखलेखक की और रचनाएं नीलम वर्मा की ग़ज़ल त्रिलोक सिंह ठकुरेला का गीत – मैं उजाला बाँटता हूँ, तिमिर में डूबे घरों में डॉ. रश्मि कुलश्रेष्ठ के दो गीत कोई जवाब दें जवाब कैंसिल करें कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें! कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें आपने एक गलत ईमेल पता दर्ज किया है! कृपया अपना ईमेल पता यहाँ दर्ज करें Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.