होम ग़ज़ल एवं गीत कपिल कुमार की ग़ज़ल – टूटा हुआ है दिल मगर एहसास देखिए ग़ज़ल एवं गीत कपिल कुमार की ग़ज़ल – टूटा हुआ है दिल मगर एहसास देखिए द्वारा कपिल कुमार - October 10, 2021 119 0 फेसबुक पर शेयर करें ट्विटर पर ट्वीट करें tweet टूटा हुआ है दिल मगर एहसास देखिए ख़ुद पर बचा हुआ है जो विश्वास देखिए जीने की आरज़ू भले मुझ में बची नहीं फिर भी है मेरे मन में जो उल्लास देखिए नाकामियों पे मेरी नहीं डालिए नज़र बाक़ी बची है मुझमें जो वो आस देखिए जारी है फिर भी मेरी तलाशों का सिलसिला साँसों में ठहरी ज़िन्दगी की साँस देखिए हर जाती साँस पे मैं लगाता हूँ क़हक़हे करता हूँ कैसे मौत से परिहास देखिए संबंधित लेखलेखक की और रचनाएं दीपावली पर विशेष : वशिष्ठ अनूप का गीत कमलेश कुमार दीवान का दीपावली पर एक गीत – आओ अंतर्मन के दीप डॉ. रूबी भूषण की दो ग़ज़लें कोई जवाब दें जवाब कैंसिल करें कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें! कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें आपने एक गलत ईमेल पता दर्ज किया है! कृपया अपना ईमेल पता यहाँ दर्ज करें Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.