होम कविता डॉ. नितेश व्यास की पांच कविताएँ कविता डॉ. नितेश व्यास की पांच कविताएँ द्वारा डॉ. नितेश व्यास - September 13, 2020 87 1 फेसबुक पर शेयर करें ट्विटर पर ट्वीट करें tweet 1-भीगना प्यासी धरती पसरा डर फैली राख पड़ा अकाल चा…रों तरफ फिर भी कोई है जो भीग रहा दिन-रात भीतर भीगने से है हरियल पल-पल।। 2-मार-सेना बुद्ध से परास्त मार-सेना ने नहीं मानी हार वह घुल गयी हवाओं में और उतर रही प्रबुद्धों के हृदय में श्वास-श्वास।। 3-कविता वह नहीं होती कोई इश्तिहार जिन्हें फाड़ सके उड़ा ले जा सके मौसमी हवाऐं वह तो है काल के भाल पर उत्कीर्ण दस्तावेज सांस लेते हुए। 4-नट देहात्म बुद्धि को त्याग हो जाते विदेह भावातिरेक से हो जाते भावातीत दिखाते दर्पण हो जाते बिम्ब हे नट! काल की ताल पर थिरक हो जाते नटराज।। 5-जीवन में पेड़ से बरसती चिड़ियों की चहचहाहट में नहा गया मैं फिर जीवन में आ गया संबंधित लेखलेखक की और रचनाएं मनवीन कौर की कविता – मेरे पापा हरदीप सबरवाल की चार कविताएँ अनीता रवि की कविता – मैं पांचाली नहीं 1 टिप्पणी डॉ नीतीश व्यास ,नमस्कार कविताओं में बिम्ब प्रतिस्थापन सहज और सुंदर हैं । जवाब दें Leave a Reply Cancel reply This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.
डॉ नीतीश व्यास ,नमस्कार कविताओं में बिम्ब प्रतिस्थापन सहज
और सुंदर हैं ।