होम बाल साहित्य मधु मेहता की छोटी-छोटी बाल कविताएँ बाल साहित्य मधु मेहता की छोटी-छोटी बाल कविताएँ द्वारा मधु मेहता - September 20, 2020 108 0 फेसबुक पर शेयर करें ट्विटर पर ट्वीट करें tweet चंदा मामा चंदा मामा प्यारे प्यारे आओ खेलो साथ हमारे सबके तुम हो मामा प्यारे तुम लाते संग प्यारे तारे. आम आम फलों का राजा है, सबके दिल को भाता हूँ. हरा लाल और पीला हूँ, सबके दिलों का राजा हूँ. चिड़िया चिड़िया चुन चुन चुगती जाती, आती खाती फिर उड़ जाती, चीं चीं करती गीत सुनाती, तिनकों से घोंसला बनाती. बंदर एक था बंदर बड़ा सिकंदर, खाता पीता मस्त कलंदर. गया वह देखने समंदर, आया वहाँ बड़ा बवंडर. बारिश बरखा रानी, बरखा रानी. मत बरसाओ इतना पानी. सबकोअपनी नाव चलानी उसमें भर जायेगा पानी. तितली रंग बिरंगी तितली प्यारी, प्यारी प्यारी बहुत निराली सब फूलों पर उड़कर जाती, सबसे हैलो कह कर आती. संबंधित लेखलेखक की और रचनाएं उषा साहू की बाल-कहानी – अप्रैल और त्यौहार उषा साहू की बालकथा – अगस्त और त्यौहार उषा साहू की बाल-कहानी – मजदूर दिवस कोई जवाब दें जवाब कैंसिल करें कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें! कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें आपने एक गलत ईमेल पता दर्ज किया है! कृपया अपना ईमेल पता यहाँ दर्ज करें Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.