Sunday, October 6, 2024
होमग़ज़ल एवं गीतनिज़ाम फतेहपुरी की ग़ज़ल

निज़ाम फतेहपुरी की ग़ज़ल

नाम लिक्खा छुरी, जिसने छूरी नहीं
हमसे क़ाबिल हो वो, ये जरूरी नहीं
बन गए क्यों ग़ज़ल, के बहुत से नियम
जानकारी किसी, को थी पूरी नहीं
इतना आसाँ नहीं, सीखना शायरी
लफ़्ज़ कम बात हो, पर अधूरी नहीं
राह अपनी अलग, सोच अपनी अलग
फिर भी अपनी किसी, से है दूरी नहीं
काम शायर का बस, सच है कहना ‘निज़ाम’
करना दरबार मे, जी-हुज़ूरी नहीं
RELATED ARTICLES

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Most Popular

Latest