यादों में खो जाती हूं
सांसो में भर लेती हूँ
याद भरी महफिल में
यूं ही तड़प रही हूं मैं
अनजाने राहों में ।
झिलमिलाती दुनिया
हिल हिलाती लहरें
धड़कन कह रही है मुझसे
क्या हो गई है तुमको ।
न पलकें बंद करती हूँ
न आंखें मूंद लेती हूँ
कह न पाई अंदर की बातें
अनहोनी दुनिया की बातें ।
हार न पाऊंगी मैं
जीतेगी एक न एक दिन
सभी इस पथ के साथी है
मैं भी और तुम भी