होम बाल साहित्य अनुपमा अनुश्री की बाल कविता – समुद्र तट बाल साहित्य अनुपमा अनुश्री की बाल कविता – समुद्र तट द्वारा अनुपमा अनुश्री - September 6, 2020 273 0 फेसबुक पर शेयर करें ट्विटर पर ट्वीट करें tweet अवि,मेरा प्यारा उसे बहुत भाता समुद्र किनारा । जब छुट्टी पाता समुद्र तट की सैर कर आता। मम्मी -पापा जल्दी करो मेरे सी-गागल्स, पैड्स स्विमसूट, बैग में भरो। खिलौने मत भूलना रेत का घर बनाने और सनस्क्रीन भी साथ लेना। दूर से दिखा समुद्र तट खिली अवि के चेहरे पर मुस्कुराहट। खूब है चहल-पहल समुद्र तट पर दौड़ते हुए बच्चे चंचल। अवि को तैरना है भाया किसी बच्चे पर मौसम का जादू छाया । सबने बनाया रेत का घर उसे सीपियों और झंडे से सजाया सुंदर, मिलकर। संबंधित लेखलेखक की और रचनाएं उषा साहू की बाल-कहानी – अप्रैल और त्यौहार उषा साहू की बालकथा – अगस्त और त्यौहार उषा साहू की बाल-कहानी – मजदूर दिवस कोई जवाब दें जवाब कैंसिल करें कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें! कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें आपने एक गलत ईमेल पता दर्ज किया है! कृपया अपना ईमेल पता यहाँ दर्ज करें Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Δ This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.