डीएवी कॉलेज अमृतसर, पंजाब भारत में सम्पन्न हुआ सात-दिवसीय संकाय संवर्धन कार्यक्रम

*वैश्वीकरण और तकनीकीकरण के दौर में हिन्दी का बढ़ता वर्चस्व*  विषय पर आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विषय विशेषज्ञों ने दिये विविधम महत्वपूर्ण विषयों पर वक्तव्य ।
भारत की उत्कृष्ट सह शिक्षण संस्थान डीएवी कॉलेज अमृतसर पंजाब में स्नातकोत्तर हिंदी विभाग द्वारा कालेज प्रिंसिपल डॉ राजेश कुमारके नेतृत्व और हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ किरण खन्ना के निर्देशन सात दिवसीय फैकल्टी डिवेलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन वैश्वीकरण और तकनीकीकरण के दौर में हिंदी का बढ़ता वर्चस्व जैसे महत्वपूर्ण विषय पर आयोजित किया गया ।
हिंदी शिक्षण संस्थान आगरा के उपाध्यक्ष माननीय श्री अनिल जोशी द्वारा मुख्यातिथि के रूप में तथा डीएवी प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष माननीय श्री एच आर गंधार और अंतरराष्ट्रीय गीतकार श्री बी एल गौड़ दवारा विशेष रुप से  उदधाटन स्तर में दिये गये आशीर्वाद  के पश्चात प्रारंभ इस संकाय संवर्धन कार्यक्रम में प्रथम सत्र के मुख्य वक्ता डॉ बालेन्दु दाधीच शर्मा जो कि एक अंतरराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी तकनीकी विद्वान और माइक्रोसॉफ्ट भारत के निदेशक स्थानीयकरण है ने  अत्यंत महत्वपूर्ण विषय तकनीकी ने बदला भाषा का स्वरुप  पर वक्तव्य देते हुए ‘लर्निंग विद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ के माध्यम से तकनीकी हिंदी के साथ सामंजस्य बैठाने और उसे समझने पर बहुत तार्किक वक्तव्य दिया। डॉ बालेन्दु शर्मा ने कंप्यूटर  और इंटरनेट के साथ हिंदी ब्लागिंग  और हिंदी के  विविध टाईपिग फाटंस  की बहुत स्तरीय सूचनाऐं प्रदान की।
दूसरे सत्र में महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय वर्धा से दूरसंचार शिक्षा निदेशक डॉ हरीश अरोड़ा जी ने अद्यतन जनसंचार माध्यम और बदलती हिंदी विषय के माध्यम से से हिंदी के प्रसार और फैलाव तथा उसकी प्रयोजन मूलक संदर्भ को स्पष्ट किया। राजभाषा विभाग नई दिल्ली के पूर्व निदेशक डॉक्टर केवल कृष्ण ने राजभाषा विभाग की तरफ से जन सामान्य को तकनीकी हिंदी के साथ जोड़ने के लिए दिए गए हिंदी सॉफ्टवेयर और उनके कार्यान्वयन के लिए पूर्ण जानकारी दी उन्होंने यूनिकोड और लीला मंत्रा राजभाषा इत्यादि सॉफ्टवेयर के बारे में विस्तृत जानकारी पीपीटी के माध्यम से दी।
उसी दिन शाम के सत्र में डॉ विश्वास जोकि माउंट कार्मेल कॉलेज बंगलुरु की हिंदी विभागाध्यक्ष है उन्होंने कथित हिंदी साहित्यिक विधाओं विषय पर एक विस्तृत चर्चा की और हिंदी ब्लॉगिंग साक्षात्कार गद्य गीत और डायरी लेखन पत्र लेखन इत्यादि प्रतिष्ठित स्तर पर लोकप्रिय हो चुकी साहित्यिक विधाओं के बारे में बताया भारत सरकार के रेल मंत्रालय में राजभाषा निदेशक डॉ विजय मल्होत्रा ने कंप्यूटर के माध्यम से विश्व भर में उपलब्ध रोजगार मुखी पक्ष से हिंदी विद्यार्थी और हिंदी शोधार्थी को जोड़ने और अवसरों के योग्य बनाने की विस्तृत जानकारी दी।
हिंदी और कंप्यूटर रोजगार उन्मुख पक्ष के अंतर्गत डॉक्टर संजीव दुबे जिनमें जोकि सेंट्रल यूनिवर्सिटी गांधीनगर गुजरात से हिंदी विभागाध्यक्ष और मुख्य परीक्षा नियंत्रक रहे उन्होंने भाषा उद्योग और हिंदी एक महत्वपूर्ण विषय पर सूचना के एक उत्पाद के रूप में एक प्रोडक्ट के रूप में विकसित होने और इस आधार पर हिंदी के व्यवसायीकरण और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा विकसित भारतीय बाजार और मीडिया बाजार के अस्तित्व पर एक विस्तृत और सूचनात्मक वक्तव्य दिया गया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित गीतकार और पृष्ठभूमि से इंजीनियर डॉक्टर बी एल गौड़ यांत्रिकी साहित्य यांत्रिकी साहित्य में हिंदी लेखन से एक नए युग का सूत्रपात किया उन्होंने विश्वकर्मा कैसे बने और नींव से नाली तक की पुस्तकों का लेखन हिंदी में कर यांत्रिकी साहित्य में हिंदी के प्रवेश पर वक्तव्य दिया।
ऑस्ट्रेलिया से श्रीमती रेखा राजवंशी जोकि सक्रिय हिंदी प्रचारक प्रसारित है और वैश्विक स्तर पर हिंदी की लोकप्रियता के लिए सक्रिय हैं उन्होंने डिजिटल मीडिया में बढ़ता हिंदी का वर्चस्व विषय के माध्यम से वैश्विक स्तर पर प्रिंट मीडिया हिंदी मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के बढ़ते प्रचार-प्रसार पर एक सारगर्भित व्याख्यान दिया और मीडिया में हिंदी के बढ़ते प्रभाव पर सूचनात्मक जानकारी प्रदान की डिजिटल मीडिया ने आज विश्व को अपने प्रभाव में लिया हुआ है और हिंदी डिजिटल मीडिया की लोकप्रिय भाषा बन चुकी है इस विषय पर रेखा राजवंशी में तथ्यात्मक सूचना प्रदान की।
डॉ हरीश अरोड़ा जी जो वर्धा विश्वविद्यालय में दूरसंचार शिक्षा के निदेशक हैं उन्होंने सोशल मीडिया हिंदी की प्रयोगशाला और हिंदी की प्रयोग धर्मिता विषय के माध्यम से सोशल मीडिया में हिंदी के बढ़ते प्रयोग और प्रभाव को तथ्यात्मक स्तर पर व्यावहारिक स्तर पर और स्पष्ट रूप से इसके बढ़ती लोकप्रियता के स्तर पर विस्तृत रूप से व्याख्यान किया डॉ हरीश ने बताया कि कैसे हिंदी के योग से सोशल मीडिया के माध्यम से किसी भी स्तर की जानकारी प्राप्त करना आज मुश्किल नहीं रह गया है। इंटरनेट के माध्यम से हिंदी के अपरिमित ज्ञान सागर को मात्र एक क्लिक के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है लेकिन इसे प्रयोग करने का समुचित ज्ञान एक शोधार्थी के लिए अनिवार्य।
लंदन से तेजेंद्र शर्मा एमबीई ने अद्यतन हिंदी विज्ञापन फैशन और सिनेमा तीन महत्वपूर्ण विषयों तीन महत्वपूर्ण पक्षों के स्तर पर हिंदी की बढ़ चुकी लोकप्रियता और इन तीनों के माध्यम से वैश्विक स्तर पर हिंदी के बढ़ते वर्चस्व को बहुत सुंदर वीडियो क्लिपिंग के माध्यम से व्याख्यान किया वैश्विक स्तर पर हिंदी फिल्में हिंदी विज्ञापन, हिंदी संवाद, हिंदी भारतीय परिधान कैसे सिनेमा विज्ञापन और फैशन के माध्यम से लोकप्रिय हो रहे हैं।
सात दिवसीय सेटिंग प्रोग्राम के छठे दिन डॉक्टर रचना विमल जो सत्यवती कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर हैं उन्होंने भारतीय प्रतियोगी परीक्षाओं में हिंदी के बढ़ते हुए वर्चस्व पर ज्ञानवर्धक वक्तव्य रखते हुए प्रशासनिक प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों द्वारा हिंदी माध्यम से उत्तीर्ण होने और प्रशासनिक सेवाओं में प्रतिष्ठित स्थान प्राप्त करने पर सूचनात्मक वक्तव्य दिया आईएएस पीसीएस यूपीएससी पीपीएससी और अन्य प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं जिनमें रेलवे बीमा बैंकिंग इत्यादि जैसी प्रतिष्ठित सेवाएं संलग्न है के लिए आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं में लोकप्रिय होते हिंदी माध्यम पर डॉ रचना विमल ने विस्तृत प्रकाश डाला और इस संदर्भ में सरकार की तरफ से उत्साहित किए जाने पर एक विस्तृत जानकारी प्रदान की।
लंदन से डॉ अरुणा अजितसरिया एम.बी.ई. संकाय संवर्धन कार्यक्रम के सातवें दिन दूसरे सत्र में एक महत्वपूर्ण विषय यूके में हिंदी शिक्षण दशा और दिशा के साथ प्रस्तुत हुईं। उन्होंने अत्यंत सारगर्भित सूचनात्मक और तथ्य पूर्ण प्रस्तुति के माध्यम से यूके में प्राइमरी सेकेंडरी स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर पढ़ाए जाने वाले हिंदी पाठ्यक्रम उनकी अवधि उन पाठ्यक्रमों के नाम उन्हें रुचि रखने वाले और उन्हें शिक्षा प्राप्त करने वाले भारतीय और विदेशी मूल के विद्यार्थियों के विषय में विस्तृत जानकारी दी और वैश्विक स्तर पर हिंदी की बढ़ती लोकप्रियता को बहुत सारगर्भित और ज्ञानवर्धक तौर पर प्रस्तुत किया सभी विषय विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों के जिज्ञासा पूर्वक पूछे गए प्रश्नों का समुचित ढंग से उत्तर दिया और उनकी शंकाओं का समाधान किया।
फैकल्टी डिवेलपमेंट प्रोग्राम के अंतिम दिन प्रथम सत्र में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉक्टर संजय सिंह बघेल जी ने एक अत्यंत सारगर्भित विषय पर अपना वक्तव्य दिया तकनीकी हिंदी बाजार व्यापार और व्यवहार इन तीनों पक्षों को समझते हुए तकनीकी हिंदी के माध्यम से विकसित हो रहे बाजार और व्यापार में हिंदी शोधार्थी हिंदी विद्यार्थी के सुनिश्चित भविष्य पर उन्होंने अनेक संभावनाओं का वर्णन किया और इस संदर्भ में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता प्राप्त कर चुके बहुत से हिंदी तकनीकी विधु के उदाहरण देते हुए उन्होंने निष्कर्ष दिया कि यदि तकनीकी हिंदी का प्रयोग और तकनीकी हिंदी का विकास शोधार्थी तक पहुंचता है तुम अनेक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय कंपनियां इन विद्यार्थियों की सेवाएं लेने के लिए स्वयं उनको ढूंढ लेत हैं माइक्रोसॉफ्ट गूगल इत्यादि प्रतिष्ठित कंपनियों द्वारा भारतीय हिंदी भाषी विद्यार्थियों को ढूंढना और उन्हें आर्थिक स्तर पर अच्छे पैकेज देकर उनकी सीमाएं अपनी कंपनियों के लिए प्राप्त करना इस विषय पर भी डॉक्टर संजय ने विस्तृत जानकारी प्रदान की डॉ संजय ने अपनी पीपीटी के माध्यम से अन्य सूचनाओं और तथ्यों का प्रमाणीकरण किया।
फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के विदाई सत्र की अध्यक्षता मुख्य अतिथि डॉ वीरेंद्र शर्मा जी द्वारा की गई श्री वीरेंद्र शर्मा साउथॉल लंदन में लेबर पार्टी के 5 बार से लगातार निर्वाचित सांसद हैं और अत्यंत विनम्र शालीन अशांत इस व्यक्तित्व ने जो कि मूलत स्वयं भारत में पंजाब प्रांत के पृष्ठभूमि से हैं उन्होंने हिंदी के बढ़ते हुए वर्चस्व पर भारत की राजभाषा और राष्ट्रभाषा के वैश्विक स्तर पर बढ़ते प्रभाव पर बहुत संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि आज हिंदी वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित हो रही है।
डीएवी कॉलेज प्रबंधन समिति के अंतर्गत सक्रिय गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के साथ एफिलिएटिड प्रतिष्ठित कॉलेज डीएवी कॉलेज अमृतसर के स्नातकोत्तर हिंदी विभाग द्वारा डॉ किरण खन्ना के आयोजन में किरण खन्ना के निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम से वैश्विक स्तर के विषय विशेषज्ञों ने जो अपने विचार व्यक्त किए हैं वे हिंदी के प्रचार-प्रसार और भूमंडलीकरण के स्तर पर हिंदी की प्रतिष्ठा में निश्चित रूप से सहायक सिद्ध होंगे।
डॉ किरण खन्ना के इस आयोजन पर वीरेंद्र शर्मा जी ने डीएवी कॉलेज प्रबंधन समिति और डीएवी कॉलेज अमृतसर के प्राचार्य डॉ राजेश कुमार जी को साधुवाद ज्ञापित करते हुए इस आयोजन को हिंदी भाषा के प्रतिष्ठा में एक सराहनीय कदम बताया और डॉक्टर किरण खन्ना को आशीर्वाद दिया कि वह भविष्य में इस प्रकार के सफल और सार्थक आयोजन करते रहें ताकि हिंदी के प्रचार प्रसार में हिंदीतर क्षेत्रों की डीएवी कॉलेज अमृतसर पंजाब जैसी उच्च शिक्षण संस्थानों का  योगदान भी निश्चित रूप से सफल सिद्ध हो।
श्री वीरेंद्र शर्मा ने कहा कि डीएवी संस्थान सदैव अपना श्रेष्ठ देने के लिए प्रयासरत और संकल्प बंद होते हैं यह सात दिवसीय कार्यक्रम जो राष्ट्रीय भाषा हिंदी के वैश्वीकरण और तकनीकी करण के दौर में बढ़ते हुए प्रभाव और प्रतिष्ठा के प्रमाणिक स्तर पर सिद्ध करता है इस बात का साक्षी है। मुख्य अतिथि सांसद श्री वीरेन्द्र शर्मा  ने डॉ किरण खन्ना को  इस प्रकार के आयोजनों के लिए सदैव सहयोग की सहयोग का आश्वासन दिया।
सनराइज विश्वविद्यालय अलवर राजस्थान से डॉक्टर अनु प्रधान वाइस चांसलर भी उपस्थित हुए डॉ अनु प्रधान जी ने इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक कॉलेज प्राचार्य डॉ राजेश कुमार को इस कार्यक्रम के लिए बधाई दी और डॉक्टर किरण खन्ना को सफलतम आयोजन के लिए आशीर्वाद दिया डॉ अनूप ने कहा की भाषा के अस्तित्व को संरक्षित करने के लिए इस प्रकार के आयोजन अनिवार्य है क्योंकि सभी सामाजिक विज्ञान में हिंदी का बढ़ता हुआ वर्चस्व उच्च शिक्षा के स्तर में भी अब लक्षित होने लगा है ऐसे में भाषा के बदलते स्वरूप का परिचय भारत वासियों तक पहुंचना अनिवार्य है और डीएवी कॉलेज अमृतसर के जो कि उच्च शिक्षण संस्था है के इस प्रयास से भारत भर के प्रतिभागियों को हिंदी के बदलते स्वरूप का जो परिचय मिला इससे पूरा देश निश्चित रूप से लाभान्वित होगा।
इस अवसर पर गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष और प्रतिष्ठित हिंदी विदुषी डॉ सुधा जितेंद्र जी द्वारा पंजाब के हिंदी सृजन की प्रतिनिधि होने के नाते डीएवी कॉलेज अमृतसर के आभासी पटल पर आयोजित इस संकाय विकास कार्यक्रम में आमंत्रित और उपस्थित सभी विषय विशेषज्ञों का हार्दिक आभार ज्ञापित किया गया डॉ सुधा ने कहा कि वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित हिंदी प्रबुद्ध जनों ने 7 दिनों के 14 सत्रों में गुरु नानक देव विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित कॉलेज डीएवी कॉलेज अमृतसर के हिंदी विभाग द्वारा आयोजित इस आभासी कार्यक्रम के ई पटल पर जो ज्ञान गंगा वह आई है यह हिंदी के प्रचार प्रसार सरंक्षण और प्रतिष्ठा के लिए  मील का पत्थर साबित होगी और भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन के लिए प्रेरणा सिद्ध होगी डॉ सुधा ने सभी विषय विशेषज्ञों से भविष्य में भी इसी प्रकार के सहयोग की कामना करते हुए डॉ किरण खन्ना को साधुवाद दिया और कॉलेज प्राचार्य डॉ राजेश कुमार जी को यह अवसर देने और इस कार्य हेतु हिंदी विभाग को प्रोत्साहित करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
भारत भर से इस कार्यक्रम में प्रतिभागी रूप से जुड़े विविध प्रतिभागियों में से कोल्हापुर राजस्थान के यशवंतराव चौहान कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर प्रकाश जी द्वारा इस कार्यक्रम पर बहुत सार्थक प्रतिक्रिया दी गई चेन्नई से डॉ शेख अब्दुल वहाब और राजस्थान से डॉक्टर बबीता का जल द्वारा इस कार्यक्रम को अत्यंत सार्थक सूचनात्मक और समय की मांग के अनुसार विषय को लेकर आयोजित किया गया सफल कार्यक्रम बताया गया जिसमें ना तो तकनीकी स्तर पर किसी प्रतिभागी को कोई समस्या आई और ना ही किसी प्रतिभागी को किसी वक्तव्य में कुछ अपवाद या विवाद अनुभव हुआ। बल्कि इन प्रतिभागियों ने शीघ्र अतिशीघ्र इसी प्रकार के विषय पर एक अन्य कार्यक्रम आयोजित करने की मांग की। डॉ अतुल भास्कर और डॉक्टर दीपक डॉ वंदना शर्मा डॉक्टर कुमकुम डॉक्टर तेजिंदर कौर डॉ किरण ग्रोवर डॉ अनीता शर्मा डॉक्टर सुहानी डॉक्टर संध्या डॉक्टर कामेश्वरी डॉ शिल्पा, डॉ. शैली जग्गी, डॉक्टर बेनीपाल इत्यादि समस्त भारत से उपस्थित प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम पर और इस कार्यक्रम के आयोजक मंडल पर और कॉलेज प्रबंधन प्रबंधन पर आशीर्वचनों की वर्षा करते हुए निकट भविष्य में ऐसे कार्यक्रम लेकर प्रस्तुत होने का आग्रह किया।
मुख्य अतिथि श्री वीरेंद्र शर्मा ने कॉलेज प्रबंधन को साधुवाद देते हुए कार्यक्रम आयोजक डॉ किरण खन्ना और डॉक्टर सीमा शर्मा को आशीर्वाद दिया और भारत माता की अपनी भाषा हिंदी भाषा के वैश्विक प्रसार प्रचार और प्रतिष्ठा के लिए निकट भविष्य में आयोजित कार्यक्रम के लिए अपना विशेष सहयोग देने का आश्वासन दिया सभी मुख्य अतिथियों विशिष्ट वक्ताओं और प्रतिभागियों का औपचारिक अभिनंदन और औपचारिक धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कॉलेज वाइस प्रिंसिपल प्रोफेसर रजनीश गोपी जी द्वारा हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया गया और कॉलेज के स्नातकोत्तर हिंदी विभाग द्वारा ऐसे कार्यक्रमों को लेकर निरंतर प्रतिनिधित्व करने का वायदा दिया गया जो वास्तव में डीएवी कॉलेज अमृतसर के लिए मान का विषय रहेगा।
डॉ. किरण खन्ना
मोबाइलः 00-91-95018 7114

1 टिप्पणी

  1. Prof.Jayanta Kar Sharma, Ph.D , HoD, Hindi, Govt. Women's College, Sambalpur, Odisha. Former Registrar, Odisha State Open University, Sambalpur

    एक प्रतिभागी के रूप में सबको सुनने का अवसर मिला. बहुत ही ज्ञानवर्धक व्याख्यान सुनाने को मिले. विषय विशेषज्ञ के रूप में बहुत ही विज्ञ विद्वानों को बुलाया गया था. व्यापक, सुन्दर एवं सफल आयोजन के लिए डी. ए.वी. कॉलेज का हिंदी विभाग बधाई का योग्य है. आदरणीय किरण खन्ना जी तथा विभाग के सभी सदस्योंने अथक परिश्रम किये. आप सभी को मेरा हार्दिक धन्यवाद. आशा करता हूँ, भविष्य में भी इसी तरह के कार्यक्रम जारी रखेंगे. : प्रोफ़ेसर (डॉ) जयंत कर शर्मा , संबलपुर , ओड़िशा

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