विज्ञान व्रत नाम थोड़ा अजीब लगा ।हम तो विषय समझे थे।
यह वास्तविक नाम है या उपनाम है यह जानने की उत्सुकता है?
पाँचो ही गजलें बहुत अच्छी लगी। और पांचो की गजलों से एक-एक शेर-
वरना गुम हो जाएगा
ख़ुद को ठीक ठिकाने रख।
आप भी हैं मैं भी हूँ
अब जो बेहतर है तो है।
फिर उससे सौ बार मिला
पहला लम्हा एक तरफ।
आहों का अंदाज नया था
लेकिन ज़ख्म पुराने निकले।
मेरे अर्थ कई थे काश!
तू जो मुझको पढ़ता और।
बेहतरीन गजलों के लिए आपको बहुत-बहुत सारी बधाइयाँ। और पढ़वाने के लिए पुरवाई का शुक्रिया तो बनता है।
विज्ञान व्रत नाम थोड़ा अजीब लगा ।हम तो विषय समझे थे।
यह वास्तविक नाम है या उपनाम है यह जानने की उत्सुकता है?
पाँचो ही गजलें बहुत अच्छी लगी। और पांचो की गजलों से एक-एक शेर-
वरना गुम हो जाएगा
ख़ुद को ठीक ठिकाने रख।
आप भी हैं मैं भी हूँ
अब जो बेहतर है तो है।
फिर उससे सौ बार मिला
पहला लम्हा एक तरफ।
आहों का अंदाज नया था
लेकिन ज़ख्म पुराने निकले।
मेरे अर्थ कई थे काश!
तू जो मुझको पढ़ता और।
बेहतरीन गजलों के लिए आपको बहुत-बहुत सारी बधाइयाँ। और पढ़वाने के लिए पुरवाई का शुक्रिया तो बनता है।
हर शेर पर दाद देने को जी चाहे।उम्दा गजलें कही हैं विज्ञान जी ने।आपकी और भी गजलें पढ़ने की ख़्वाहिश जगी है।