सभी गज़लें अच्छी लगीं आपकी अनिला जी!
दूसरी गजल में पहली पंक्ति में “तुम्हारे” है और दूसरी पंक्ति में “तू “है। यहाँ इस तरह लिखा जा सकता है-
“तेरे पाँवों के छाले हैं रिसे”
तो भी ठीक लगेगा।आप विचार कीजियेगा अगर उचित लगे।
वैसे यह शेर बहुत अच्छा लगा।
आपकी सभी गजलों में तीसरे नंबर की गजल सर्वश्रेष्ठ लगी।
सभी गज़लें अच्छी लगीं आपकी अनिला जी!
दूसरी गजल में पहली पंक्ति में “तुम्हारे” है और दूसरी पंक्ति में “तू “है। यहाँ इस तरह लिखा जा सकता है-
“तेरे पाँवों के छाले हैं रिसे”
तो भी ठीक लगेगा।आप विचार कीजियेगा अगर उचित लगे।
वैसे यह शेर बहुत अच्छा लगा।
आपकी सभी गजलों में तीसरे नंबर की गजल सर्वश्रेष्ठ लगी।