Friday, October 11, 2024
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पाठकों का पन्ना : पुरवाई के संपादकीय (18 अप्रैल) पर उषा साहू की प्रतिक्रिया

संपादक जी,
              सादर नमस्कार । सबसे पहले तो इस सुंदर संपादकीय के लिय धन्यवाद । पाकिस्तान में बिखरी हुई सारी उथल-पुथल को आपने जैसे क्लिक में समझा दी । सराहनीय संपादकीय । पाकिस्तान के सारे घटनाक्रम को, क्रमवध्द तरीके से प्रस्तुत करने के लिए आभार । यह कार्य सच्ची लगन और मेहनत से ही संभव हो सका है । नमन है, आपके परिश्रम को, आपके ज्ञान को और आपकी लेखनी को ।
पाकिस्तान भी दुनिया में एक अजूबा है । जब सारी दुनिया इस विश्व व्यापी बीमारी से उबरने में जुटी है, वहीं पाकिस्तान खुद के लिए नई-नई अजीबोगरीब मुसीबतें खड़ी कर रहा है । हाल ही में उन्होने फ्रांस की एक पत्रिका में छपे हुए एक कार्टून को गृहयुद्ध का मुद्दा  बना लिया है । अब तहरीक-ए-लबबाइक पाकिस्तान, फ्रांस के राजदूत को, पाकिस्तान से बाहर निकालने की गुहार लगा रहा है । मजे की बात यह है इस कार्टून से हुये अपमान को, पाक स्वयं ही ढ़ोल पीट-पीट सबको बता रहा है ।
सारी दुनिया का यह मानना है की पाकिस्तान आतंकवाद का प्रशिक्षिण स्थल है और इसमें कोई दो राह भी नहीं है । अब हालत ये हैं कि इमरान खान स्वयं इसमें फँसते जा रहे हैं और सभी टीवी चैनलो में उनका बखिया उधेड़ी जा रही है । इस्मालिक पार्टी ने, फ्रांस के राजदूत को निकालने का वादा तो किया था, पर जब वादा पूरा न कर आए तो मुंह छिपकर बैठ गए ।
ब्रिटिश के नए संशोधित नियमों के अनुसार, अन्य देशों के साथ पाकिस्तान को भी उस ग्रुप में डाल दिया है, जिनके साथ मनी लॉन्ड्रिंग, टेरर फाइनेंसिंग खतरनाक है । रही – सही कसर पासपोर्ट की रेंकिंग ने पूरी कर दी । इस सूची मे पाकिस्तान पासपोर्ट को बहुत ही पीछे यानि कि 107वे नंबर पर डाल दिया, उसके बाद सिर्फ सीरिया, ईराक अफ़गानिस्तान का ही नाम आता है ।
पाकिस्तान की आवाम पर कहर बरपना अभी खत्म नहीं हुआ है । यहा ट्विटर, फेसबुक, व्हाट्स एप आर भी रोक लगा दी गई है । यहाँ तक कि स्वयं फ्रांस सरकार ने अपने देश के लोगों को वापस आने के अनुदेश दे दिये हैं, यानि की एक और झटका ।
सारी दुनिया ने यह मान लिया है कि आज की तारीख में पाक, आतंकवाद पालने वाला देश है । अब ये उन्हीं को अख़्तियार है कि इन सबसे ऊपर उठकर, नए सिरे से, फिर से अपनी पहचान बनाकर अपनी साफ-सुथरी तस्वीर बनाएँ या फिर आतंकवादी देश के रूप में (अ)सुंदर पहचान बनाए रखें ।
उषा साहू, (मुंबई – भारत)
22.04.2021
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