“कृपया अपना गूगल ज्ञान घर पर छोड़ कर आयें” डाक्टर के क्लिनिक के बाहर बोर्ड लगा था जिसे पढ़कर एक सास के कलेजे को काफी ठंडक पहुंची। ये वही सास है जिसकी बहू प्रेग्नेंट हुई तो मारे ख़ुशी के इस बेचारी ने वे सारी हिदायतें अपनी बहू को चेपने की कोशिश की जो कभी इनकी सास ने इन्हें थमाई थी …और इन्होने बड़े प्यार और इज्जत के साथ थाम भी ली थी ..और थाम लिया था एक सपना जो आज पूरा होने जा रहा था…
पर, अब ज़माने ने तरक्की कर ली और अपने स्मार्ट फोन की बदौलत स्मार्ट हो चुकी इनकी बहु ने हिदायत के उस पोटले को जैसे का तैसा सास को वापिस थमा डाला और बोली …”ओ चिल सासू माँ मेरे पास गूगल है जो मुझे लेटेस्ट जानकारी देता है आप अपनी ओल्ड फैशन घिसी पिटी हिदायतें अपने पास रखें” छन्न से सास का सपना टूट गया और वो बेचारी सोचने लगी कि कौन है ये गूगल जो मेरे सपने के बीच आ गया और मेरी जगह ले ली।
ये गूगल ही तो है जिसकी बदौलत हर कोई ज्ञानवान हुआ जाता है। इस गूगल की बदौलत वे जमाने लद गए जब बच्चे हर सवाल के लिए बड़ों पर निर्भर थे आज गूगल हर बात का उत्तर देता है। इस गूगल ने जाने कितने लोगों को डाक्टर बना डाला है।
कहीं दर्द हुआ गूगल से पूछो फुंसी हुई तो गूगल से पूछो. ये डाक्टर गूगल पहले गूगल से पूछ कर इलाज करते हैं जब मामला बिगड़ता है तब ही डाक्टर के पास जाते हैं और तो और डाक्टर को भी उसका काम सिखाने लग जाते हैं। तभी तो डाक्टर को बोर्ड लगाना पड़ गया। इस गूगल बाबा के पास हर सवाल का जबाब है यहाँ तक कि हम जो सपने देखते हैं उनके अर्थ तक गूगल के पास हाजिर हैं।
इंसान का जिन कारणों से इन्सान से रिश्ता था वो सब कारण गूगल की बदौलत समाप्त होते जा रहे हैं अब तो कोई किसी से रास्ता तक नहीं पूछता अरे गूगल मैप है ना। लोग बेटा बेटी रिश्ता करने के लिए रिश्तेदारों की मदद नहीं लेते, लड़के लड़की हर जानकारी गूगल प्रोफाइल या फेसबुक प्रोफाइल से ले डालते हैं. आजकल की बेटियां माँ से खाना बनाना नहीं सीखती. बहुएं सास की हिदायतें नहीं मानती। गूगल उन्हें बताता है कि प्रेगनेंसी और आफ्टर प्रेगनेंसी क्या सावधानी लेनी चाहिए क्या खाना पीना चाहिए …
बच्चों ने अपने माँ बाप से भोले भाले सवाल करना बंद कर दिया है . अब सिवाय गूगल के कोई किसी की शरण में नहीं जाता …हर सवाल का एक ही जबाब है गूगल ..जय हो गूगल बाबा!