1- सर्व धर्म समन्वय
फेसबुक पर एक न्यूज एजेंसी के पेज पर नजर पड़ते ही मैं वहीं रूक गई और खबर पढ़ने लगी। ऑक्सीजन की कमी के कारण होने वाली मौतों का बाजार सजा था और मसालेदार बनाकर खबर परोसी गई थी। लोगों के तीखे प्रतिक्रिया देख मैं कमेंट्स पढ़ने लगी।हर समुदाय के लोग यहाँ पर अपने विचार लिख रहे थे।
“सरकार मौत की सौदागर है… लाशों पर राज करेगी …।”एक ने लिखा।
“तेरी माँ की….!”
“कॉरोना के जिम्मेदार जालीदार टोपी वाले हैं।”
“तेरी बहन..की…!”
कुंभ के कारण देश को मुसीबत में डाल दिया…।
“@#$#…!”भद्दी गाली
“किसान आंदोलन के नाम पर दिल्ली को खतरे में …।”
” साले…!किसान न हो तो भूखे मरोगे…तेरी..।”..फिर एक गाली….।
हर रिप्लाई में एक गाली थी…।
इन कमेंट्स को पढ़कर मेरे मन में एक घृणा पसर गई…मैं समझ गई कि त्रासदी कोई भी हो… गालियाँ औरतें ही खायेंगी…।
मुझे इस बात पर यकीन हो गया कि महिलाओं को दी जाने वाली गालियाँ हर त्रासदी को खत्म करने की शक्ति रखती हैं…तभी तो हर धर्म में ऐसी गालियाँ सम्मानित हैं..।
मन में आई घृणा एकाएक हँसी में बदल गई क्योंकि सभी धर्मों में समानता की असली तस्वीर जो दिखाई दे रही थी।
2 – ततुल्या
जहाज समुद्र के बीचोबीच आ गया था। मौसम का मिजाज भी उनकी रिसर्च के अनुकूल था। “इट्स अमेजिंग!” चारों तरफ बिखरे नीले समुद्र को देखकर नीला चहक उठी।
“यहाँ पर बहुत मजा आने वाला है!”सिड अंगडाई लेते हुए बोला।
“यस..यस …आईम सो एक्साइटेड!… समुद्र के नीचे…आ हा…आज ब्लू है पानी …पानी…।”नीला का उत्साह चरम पर था।
“एक्चुअली यो आर राइट नीला… यहाँ ब्लू है पानी… सो आई सजेस्ट यू…तुम पानी में मत जाना, पता चला ब्लू पानी में गायब हो गई…आखिर नीला हो तुम!”सिड ने उसे छेड़ते हुए कहा।
उसकी बात सुनकर आस पास मौजूद लोग हँसने लगे।
“वेरी फनी…।”वह मुँह बनाती हुई बोली।
“साइलेंट प्लीज…!लिसन एवरीवन…।हम अबसे ठीक एक घंटे बाद समुद्र की तलहटी में जायेंगे…।फर्स्ट डे है तो यहाँ के एटमॉस्फियर को समझने के लिए इसे रिस्क की तरह ले…।”
टीम कैप्टन ने कहा।उसकी बात सुनकर सभी खामोश हो गए।कैप्टन ने चारों तरफ देखा और फिर कहा।
“सो टैल मी गाइज…, कौन आज की स्कूबा डाइविंग के लिए रेडी है?”
“आईम रेडी सर..।”सिड ने हाथ ऊपर करके कहा।
कैप्टन ने और लोगों की तरफ देखा…लेकिन सब चुप रहे।
“आईम ऑलसो…रेडी।” नीला कैप्टन के सामने आकर बोली।
“सीरियसली!!”कैप्टन ने कन्फर्म किया।
“यस सर…आईम सीरियस फॉर माई वर्क।”नीला कॉन्फिडेंस से बोली।
“ओके…वेरी गुड…ठीक एक घंटे बाद यहीं पर आप दोनों मिले।”इतना कहकर कैप्टन वहाँ से चला गया।
“हे यू…!आर यू क्रेजी!!”सिड ने नीला को थोड़़ा जोर से कहा।
“व्हाट डू यू मीन!”नीला उसके रवैये से हैरान होकर बोली।
“तुम जानती हो हम कहाँ पर हैं?”
“हाँ मैं जानती हूँ… बट व्हाट्स योर प्रोब्लम!”
“तुम क्यों नहीं समझ रही हो…पहले ही दिन तुम्हारा समुद्र में जाना खतरनाक है…।”सिड झल्लाते हुए बोला।
“सिड!क्या मैं पहली बार समुद्र में उतरूंगी?मैं प्रोफेशनल हूँ भूलो मत।”
“यार तुम्हें कुछ समझ नहीं आता।यह जगह बहुत खतरनाक है।यहाँ पर कुछ भी हो सकता है!”
“सो …!तुम भी तो जा रहे हो!चलती हूँ…एक घंटे बाद मिलते हैं।”नीला ने कहा और वहाँ से जाने लगी।
“यू डफर…मैं लड़का हूँ…खतरों से निपट लूंगा…।”
“माइंड योर लैंग्वेज सिड…!यह मत भूलो कि दुनिया में आने के लिए मैंने भी माँ के पेट में उतनी ही दौड़ लगाई थी जितनी कि तुमने…।”