शोभना श्याम की कलम से – संवेदनाओं के सागर से भावों के मोती ढूंढती लघुकथाएं

लघुकथा कथा साहित्य की ऐसी विधा है जो कम शब्दों में बड़ा संदेश देने में सक्षम है| निरंजन बोहा के अनुसार "मानव संवेदनाओं के महत्वपूर्ण क्षणों के सशक्त प्रत्यक्षदर्शी का नाम लघुकथा है|" तो प्रो. बी एल आच्छा के शब्दों में लघुकथा "अनुभव के...

डॉ. उर्वशी की कलम से – मुरारी मयंक जी की पुरुषोत्तम की पदयात्रा

प्रत्येक जागरूक तथा संवेदनशील व्यक्ति अपने अनुभव के धरातल पर यह जानता है कि वह स्वयं अपने आनंद का स्रोत है। जीवन में आनंद का संबंध मनुष्य के आंतरिक जीवन से है और इसकी शुरुआत होती है-- उसकी अंतर्यात्रा से। ऐसे ही अंतर यात्रा...

नैना : अपराध-कथा की चाशनी में डूबी एक कमजोर समाज-कथा

इसे हिंदी साहित्य का दुर्भाग्य ही कहेंगे कि इसमें एक समय के बाद से लोकप्रियता-विरोधी दृष्टि स्थापित हो गयी। एक ख़ास विचारधारा का हिंदी साहित्य पर वर्चस्व कायम होने के बाद जब उसके लेखक खुद लोकप्रिय नहीं लिख पाए, तो उन्होंने लोकप्रियता को श्रेष्ठ...

अनिता रश्मि की कलम से – जाबिर हुसैन की पुस्तक ‘जैसे रेत पर गिरती है ओस’ की समीक्षा

पुस्तक  :  जैसे रेत पर गिरती है ओस (काव्यात्मक डायरी); रचनाकार  :  डाॅ. जाबिर हुसेन; संस्करण : जनवरी 2020; प्रकाशक  :  दोआबा प्रकाशन, 247 एम आई जी, लोहियानगर, पटना - 800006 समीक्षक : अनिता रश्मि कितना तन्हा है आसमान! मैंने अपनी आँखों में आए आँसुओं से...

दीपक गिरकर की कलम से – बेहतरीन कथ्य एवं शिल्प की बेजोड़ कहानियाँ

पुस्तक  : रज्जो मिस्त्री (कहानी संग्रह) लेखिका  : प्रज्ञा प्रकाशक : शिवना प्रकाशन, पी.सी. लैब, सम्राट कॉम्प्लेक्स बेसमेंट, बस स्टैंड, सीहोर - 466001 (म.प्र.) आईएसबीएन नंबर : 978-93-90593-66-8 मूल्य   : 170 रूपए हिंदी की सुपरिचित कथाकार और प्रसिद्ध उपन्यास धर्मपुर लॉज की लेखिका प्रज्ञा की स्त्री जीवन की विविध...

प्रताप सहगल की पुस्तक ‘मछली मछली कितना पानी’ पर तबस्सुम जहां का लेख – अपने निज की तलाश करते लोग

पुस्तक: मछली-मछली कितना पानी, लेखक- प्रताप सहगल प्रकाशक- वाणी प्रकाशन, 21-ए, दरियागंज, नई दिल्ली-110002। संस्करण 2021 मूल्य 295/- रुपए मात्र साहित्य के वर्तमान परिदृश्य में प्रताप सहगल एक बड़ा और समादृत नाम है। उन्होंने साहित्य से जुड़ी लगभग सभी विधाओं में अपनी लेखनी चलाई है।...