पंजाबी सिनेमा से ‘मोह’ करवाते हैं ये लोग
पंजाबी फिल्मों में अव्वल तो कॉमेडी ही दिखाई जाती है। पूरे देश के फ़िल्म उद्योग में सबसे ज्यादा फिल्मों व कमाई में योगदान देने वाली इंडस्ट्री का भी यही हाल होगा तो उनके लिए लिखने, बोलने वाले कला फ़िल्म समीक्षक कहाँ से आएंगे? कौन...
पाताल लोक : पूर्वग्रहग्रस्त एजेंडों से भरी एक उबाऊ वेब सीरीज
'पाताल लोक' देखने के बाद मुझे जो समझ आया वो ये कि इसमें कुछ मटेरियल हिन्दू विरोधी नहीं है, बल्कि ये पूरी वेब सीरीज अपने नाम-पोस्टर और पहले संवाद से लेकर आखिर तक भारत और भारतीयता की भावना के खिलाफ है। पहले भी वेब...
मनुष्य और राक्षसों के संसार की कहानी ‘कार्गो’
हिंदी में तय फार्मूलों और हकीकत से हटकर बहुत ही कम फिल्में बनी हैं। अगर कभी बनती भी हैं तो उनमें ऐसे प्रयोग किए जाते हैं कि फिल्म आम दर्शक के सर से गुजर जाती है। कार्गो लीक से अलग होने के बावजूद एक...
खुद को स्वीकार करने की बात करती ‘द एडमिटेड’
भारत के पहले ट्रांसजेंडर धनञ्जय चौहान जिन्होंने पँजाब विश्वविद्यालय से पीएचडी की है उन्हीं के जीवन पर आधारित है यह डॉक्यूमेंट्री। इस डॉक्यूमेंट्री में दिखाया गया है कि किस तरह धनञ्जय चौहान को अपने जीवन में संघर्ष करना पड़ा और संघर्ष करते हुए किस...
फ़िल्म समीक्षा – धड़क (श्वेता तिवारी)
धड़क : फिल्म समीक्षा (श्वेता तिवारी)
बैनर : धर्मा प्रोडक्शन्स, ज़ी स्टूडियोज़
निर्माता : करण जौहर, हीरू यश जौहर, अपूर्वा मेहता
निर्देशक : शशांक खेतान
संगीत : अतुल-अजय
कलाकार : जाह्नवी कपूर, ईशान खट्टर, आशुतोष राणा, रूप कुमार, श्रीधर, खराज मुखर्जी
सेंसर सर्टिफिकेट : यूए * 2 घंटे 17 मिनट...
जय भीम : संविधान के प्रकाश में न्याय की बात करती फिल्म
जय भीम संविधान के प्रकाश में न्याय की बात करती एक महत्वपूर्ण फिल्म है । फिल्म के जरिए पहली बार ईरुला समुदाय और सदियों तक उन लोगों द्वारा झेले गए संत्रास का अनुभव होता है। जिससे होकर कठोर हृदय का आदमी भी अमानवीयता के खिलाफ...