संपादकीय – पति-पत्नी में ‘वो’ का तड़का

एक ख़ास ध्यान देने लायक बात यह है कि पति भी विवाह के बाहर किसी औरत से ही जुड़ा होता है – जो कि पहले से शादी-शुदा है। और अब पत्नी भी किसी ऐसे पुरुष से जुड़ती है जो पहले से शादी-शुदा है। वो...

संपादकीय – अंतिम संस्कार और अस्थियों में हेरा-फेरी

एक महिला ने तो रह्स्योद्घाटन करते हुए बताया कि उसके पति का अंतिम संस्कार 8 महीने पहले हो चुका था मगर उसका शव अभी भी फ़्रीज़र में सड़ रहा है। उसे समझ नहीं आ रही कि आजतक वह जिसे अपने पति की ऱाख समझ...

संपादकीय – क्या भारत एक राष्ट्र नहीं है…?

जो लोग नेशनलिज़म की यूरोपीय अवधारणा से अभिभूत हैं, उन्हें भारत की राष्ट्रीयता समझ में नहीं आती। ऐसा देश जिसे हजारों वर्ष पहले लिखे पुराणों में भी एक राष्ट्र माना गया है, जहां विभिन्न भाषाओं, रीति-रिवाजों, जात-बिरादरियों, पूजा पद्धतियों के बावजूद एक एकात्मता का...

संपादकीय – ज्ञानपीठ न हुआ भारत रत्न हो गया…!

पुरवाई परिवार ज्ञानपीठ पुरस्कार समिति के सदस्यों को दावत देता है कि वे अपने कारण सार्वजनिक करें जिससे पता चल सके कि ममता कालिया, चित्रा मुद्गल या नासिरा शर्मा जैसी लेखिकाओं की अनदेखी क्यों की जा रही है। ज्ञानपीठ को याद रखना होगा कि...

संपादकीय – चुनावी धांधली सीमा के आर-पार

चाहे हम सरहद के इस पार रहें या उस पार, धांधली हमारे चरित्र में शामिल है। कम से कम पाकिस्तान में रावलपिंडी के कमिश्नर लियाकत अली चट्टा की आत्मा अभी तक पूरी तरह मरी नहीं और उन्होंने अपना अपराध स्वीकार करते हुए अपने पद...

संपादकीय – तेल और पान मसाला बेचते सुपर स्टार

फ़िल्म कलाकार आपको कार, शैंपू, इंश्योरेंस, पान मसाला से लेकर सॉफ्ट ड्रिंक्स, टॉयलट साफ़ करने के क्लीनर तक बेचते दिखाई देंगे। बॉलीवुड अभिनेता और अभिनेत्री ऐसे विज्ञापनों में आपको टीवी से लेकर शहरों में लगे बिल बोर्ड्स तक पर नजर आते होंगे। इससे एक...