धर्मपाल महेंद्र जैन
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छः सौ से अधिक कविताएँ व हास्य-व्यंग्य प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। “दिमाग वालो सावधान” एवं “सर क्यों दाँत फाड़ रहा है?” (व्यंग्य संकलन) एवं “इस समय तक” (कविता संकलन) प्रकाशित। नवनीत, कादम्बिनी, आजकल, लहक, कथा क्रम, पहल, व्यंग्य यात्रा, अट्टहास, पक्षधर, पुरवाई, सृजन सरोकार, साक्षात्कार, समावर्तन, कला समय, गंभीर समाचार आदि में रचनाएँ प्रकाशित।