नाज़ सिंह
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नेपाल के तराई में जन्मी और पली बढ़ी नाज सिंह पेशे से डॉक्टर और भावनाओं से एक संवेदनशील कवयित्री बनकर उभरी हैं।नेपाली,हिंदी और मैथिली भाषा की जानकार नाज ने सृजन की दुनिया मे एक 'त्रयी' की भूमिका निर्मित की है। उनकी कविताओं में स्त्री जीवन और स्त्री वैचारिकी के अनछुए पहलुओं को बड़ी ही बेबाकी से प्रस्तुत किया गया है उनका एक काव्य संकलन 'तिर्खा' के नाम से प्रकाशित है। संपर्क - [email protected]